पानीपत। पचरंगा बाजार स्थित पूर्व यान घाटी पचरंगा बाजार स्वयंभू हनुमान मंदिर के प्रांगण में शांति नगर से आई ईश्वर माता (जय मां चितपूर्णी मंदिर की संरक्षक) परिवार सहित पुत्र अशोक साथ में पुत्रवधु सुभद्रा बीका द्वारा भगवान शिव का महा रुद्राभिषेक पंडित देव नारायण उपाध्याय (ज्योतिषाचार्य) के सानिध्य में किया गया। महा रुद्राभिषेक करने से ग्रह-नक्षत्रों के बुरे प्रभाव खत्म हो जाते हैं। पंडित देव नारायण उपाध्याय (ज्योतिषाचार्य) ने बताया कि वेदों में भी रुद्राभिषेक की महिमा का वर्णन किया गया है। यजुर्वेद में कहा गया है कि घर पर या मंदिर में रुद्राभिषेक करना अत्यंत लाभकारी होता है।
रुद्राभिषेक करने से ग्रह-नक्षत्रों के बुरे प्रभाव खत्म हो जाते हैं
रुद्राभिषेक करने से ग्रह-नक्षत्रों के बुरे प्रभाव खत्म हो जाते हैं। साथ ही जीवन में आ रही बाधाएं दूर हो जाती हैं। पंडित देव नारायण उपाध्याय (ज्योतिषाचार्य) ने बताया कि रुद्राभिषेक एक महत्वपूर्ण पूजा है। ऐसे में अभिषेक शुरू करने से पहले देवी देवताओं का आवाह्न करना आवश्यक होता है। सबसे पहले भगवान गणेश का आवाह्न करते हैं। इसके बाद माता पार्वती, नवग्रह, पृथ्वी माता, ब्रह्मदेव, मां लक्ष्मी, अग्नि देव, सूर्य देव और मां गंगा का आवाह्न और पूजन किया जाता है। इसके बाद सभी देवी-देवताओं को अक्षत, रोली और फूल चढ़ाकर उनकी स्तुति की जाती है। इसके बाद रुद्राभिषेक शुरू किया जाता है।
ये रहे मौजूद
इस मौके पर ईश्वर देवी माता, मुनेश वर्मा, रमन वर्मा, सुमन नरवाल, विकास मिश्रा बृज नंदन जी मिश्रा, ललिता चौहान, मूलचंद चौहान आदि मुख्य रूप से उपस्थित रहे। इस रुद्राभिषेक में समस्त श्रद्धालुगण भी उपस्थित रहे, साथ में सभी श्रद्धालुओं के लिए प्रसाद की भी व्यवस्था की गई।