आज समाज डिजिटल, पानीपत :
पानीपत। आर्य वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के परिसर में स्वामी श्रद्धानन्द बलिदान दिवस समारोह का आयोजन किया गया। समारोह के मुख्य अतिथि विद्यालय की प्रबन्धक समिति के कोषाध्यक्ष अशोक आर्य रहे। समारोह की अध्यक्षता प्राचार्य मनीष घनगस ने की। समारोह का शुभारंभ वन्दे मातरम से प्रारंभ हुआ। समारोह की अध्यक्षता करते हुए प्राचार्य मनीष घनगस ने कहा कि स्वामी श्रद्धानन्द का जन्म 23 दिसम्बर 1856 में तलबन जिला जालन्धर में एक पुलिस अधिकारी नानकचन्द के घर हुआ।
सन्यास लेने के बाद उनका नाम स्वामी श्रद्धानन्द हो गया
सन्यास से पूर्व उनका नाम मुन्शीराम था। उनका विवाह 12 वर्ष की आयु में हो गया। वे अस्पृश्यता, छुआछूत के कडे विरोधी थे। सन 1917 में सन्यास लेने के बाद उनका नाम स्वामी श्रद्धानन्द हो गया। स्वामी श्रद्धानन्द जी ने हरिद्वार के पास 21 मार्च 1902 में गुरूकुल कांगड़ी की स्थापना की। वे स्वामी दयानन्द के प्रवचनों से बहुत प्रभावित हुए थे। उन्होंने बताया कि विद्यालय में स्वामी श्रद्धानन्द के जीवन पर आधारित फिल्म बच्चों को दिखाई गई ताकि छात्रों को भी उनके जीवन व चरित्र से प्रेरणा प्राप्त हो सके।