Aaj Samaj (आज समाज),Swami Bharatdasacharya’s Welcome to Piet Educational Institute,पानीपत:
श्री वैष्णव आश्रम, ब्रह्मकुण्ड, वृन्दावन के पीठाधीश्वर सन्त शिरोमणी स्वामी भरतदासाचार्य का रविवार को पाइट शिक्षण संस्थान पानीपत में स्वागत हुआ। भरतदासाचार्य भारत के विभिन्न प्रांतों में 107 श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ पूर्ण होने के उपरांत 108वें अति विशिष्ठ अपार एवं भव्य 108 कुंडीय श्री लक्ष्मीनारायण महायज्ञ श्री धाम वृन्दावन से 19 से 27 नवम्बर 2023 तक आयोजित होने वाले कार्यक्रम के लिए पानीपत में पधारे। इस अवसर पर अपने प्रवचनों में महाराज जी ने कहा कि दुनिया में भगवान व गुरु का स्थान ऊपर है, मगर सबसे ऊपर है माता-पिता का स्थान। उसमें भी मां सर्वोपरि है। वेद ग्रंथों में उल्लिखित के अलावा तमाम उदाहरण हैं, जो मां को सबसे बड़ा बताते हैं। श्री लक्ष्मीनारायण महायज्ञ समिति, पानीपत के महामंत्री सुरेश काबरा ने बताया कि महाराज ने अपने प्रवचनों से सभी को भाव-विभोर कर दिया।
गुरु के बिना व्यक्ति का जीवन अधूरा
महाराज ने कहा कि हर व्यक्ति की सफलता के पीछे गुरु का हाथ होता है। गुरु को भगवान से भी बढ़कर माना जाता है गुरु को उजाले का दीप माना जाता है गुरु के बिना व्यक्ति का जीवन अधूरा है गुरु के सहयोग से ही हर व्यक्ति सफल बनता है। गुरु ही वह व्यक्ति होता है जो खुद एक स्थान पर रहकर दूसरों को अपनी मंजिल तक पहुंचाता है गुरु हमेशा सभी को अच्छा ज्ञान देता है। गुरु सच्चे पथ प्रदर्शक होता है। हमारे जीवन में गुरु बहुत महत्वपूर्ण होते हैं। इस अवसर पर सनातन धर्म सभा के प्रधान कृष्ण रेवड़ी, राजीव गुप्ता, नरेश सिंगला, राधे-राधे महाराज, सियाराम गुप्ता, बाबू लाल तापड़िया, वेद पराशर, वेद शर्मा, रघुवीर सैनी, सुधीर जिंदल, अशोक कैलाशी, सतीश गुप्ता, हरिओम तायल, सत्यनारायण चाण्डक, बजरंग सिंह शेखावत, नरेश सिंगला, विक्की कात्याल एवं कैलाश शर्मा आदि उपस्थित थे।