आज समाज डिजिटल, पानीपत :
पानीपत। आर्य पीजी कॉलेज, पानीपत में आईबीएम जावा सर्टिफिकेशन, ईट्रेन एजुकेशन, डीएक्ससी टेक्नोलॉजीस व नैसकॉम फाउंडेशन के संयुक्त तत्वाधान में प्रोग्राम शुरू किया गया। यह प्रोग्राम बीसीए व बीएससी कम्प्यूटर साइंस के विद्यार्थियों के लिए शुरू किया गया जिसका उद्देश्य छात्र-छात्राओं में प्रोग्रामिंग सिकल्स के विकसित करना था। इस प्रोग्राम में प्रोजेक्ट की लीड मैनेजर डॉ.रंजू ग्रोवर, सागर वर्मा व राहुल बेदी, प्रोजेक्ट मैनेजर, ईट्रेन ने भाग लिया।
कॉलेज प्रांगण में पहुंचने पर प्राचार्य डॉ.जगदीश गुप्ता द्वारा पुष्पगुच्छ देकर सभी का स्वागत किया गया। डॉ. गुप्ता में इस कोर्स के समन्वयक पंकज चौधरी को इसकी सफलतापूर्वक संचालन के लिए बधाई दी।
48 प्रतिशत विद्यार्थियों को जॉब के अवसर होते है
डॉ. गुप्ता ने बताया कि कॉलेज इस तरह के प्रोग्राम कराकर भारत सरकार के स्किल इंडिया प्रोग्राम में हिस्सेदार बन रहा है। उन्होंने बताया रोजगार कौशल को विकसित करके छात्र-छात्राओं को आसानी से जॉब मिल सकती है व उद्यमिता कौशल को बढ़ाया जा सकता है। समय-समय पर कॉलेज में इस तरह के प्रोग्राम चलते रहते है। इस प्रोजेक्ट की लीडर डॉ. रंजू ग्रोवर ने अपने वक्तव्य में बताया कि स्किल्स के क्या- क्या लाभ है। उन्होंने बताया कि एक रिसर्च के अनुसार स्नातक करने के बाद 48 प्रतिशत विद्यार्थियों को जॉब के अवसर होते है। 50 प्रतिशत विद्यार्थी ही अपनी ग्रेजुएशन के दौरान स्किल सीखते है। जबकि स्किल डेवलप करने के बाद जॉब के अवसर 100 प्रतिशत ज्यादा हो जाते है बजाय डिग्री के। इसलिए हर छात्र-छात्राओं को स्किल जरूर सीखने चाहिए।
जीवन में कोई न कोई स्किल सीखनी चाहिए
प्रोजेक्ट मैनेजर सागर वर्मा व राहुल बेदी ने बताया कि लर्निंग कभी नही रुकती। हमें अपनी पढ़ाई के दौरान व जीवन में कोई न कोई स्किल सीखनी चाहिए व अपने आप को सशक्त करना चाहिए। इस कोर्स के समन्वय पंकज चौधरी ने बताया कि आज का युग वो नहीं है के केवल डिग्री से काम चल जाएगा। यदि आपको उद्यमिता क्षेत्र में जाना है या जॉब करनी है तो आपके अंदर वो स्किल होना आवश्यक है। उन्होंने बताया कि विद्यार्थियों में स्किल डेवलप करने के लिए कॉलेज में इस तरह के विभिन्न कोर्स लांच किए है जैसे डिजिटल मार्केटिंग, कम्युनिकेशन एवं सॉफ्ट स्किल डेवलपमेंट, टैली, आदि। उन्होंने बताया कि ये अंतर्राष्ट्रीय सर्टिफिकेशन है।
जल्द ही कॉलेज में इन्क्यूबेशन सेंटर व माइक्रोसॉफ्ट का सेंटर शुरू किया जा रहा है
इस प्रोग्राम के कोर्स इंस्ट्रक्टर प्रो. वीनू भाटिया व प्रो. विकास काठपाल विद्यार्थियों को बडे अच्छे ढंग से प्रैक्टिकल ट्रेनिंग दी। इस ट्रेनिंग के कारण ही विद्यार्थियों का परिणाम 100 प्रतिशत रहा। इसके अतिरिक्त जल्द ही कॉलेज में इन्क्यूबेशन सेंटर व माइक्रोसॉफ्ट का सेंटर शुरू किया जा रहा है जो कि विद्यार्थियों में प्रतिभा को निखारेगा व उनको उद्यमिता व स्टार्टअप शुरू करने में मदद करेगा। धन्यवाद नोट प्रो. पंकज चौधरी ने किया। जिसमें 52 विद्यार्थियों ने भाग लिया व सभी को सर्टिफिकेट वितरित किए गए। इस अवसर पर प्रो. सतवीर सिंह, प्रो. अदिति मित्तल, डॉ. मनीषा नागपाल, प्रो. पंकज चौधरी, प्रो. वीनू भाटिया, प्रो. विकास काठपाल व अन्य स्टाफ सदस्य मौजूद रहे।