पानीपत। आर्य बाल भारती पब्लिक स्कूल के सभागार में आर्य प्रतिनिधि सभा हरियाणा के अंतरंग सदस्यों की प्रदेश स्तरीय बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में हरियाणा आर्य समाज से संबंधित महत्वपूर्ण मुद्दों पर विस्तार से विचार विमर्श किया गया। बैठक की अध्यक्षता आर्य प्रतिनिधि सभा हरियाणा के प्रधान राधा कृष्ण आर्य ने की। मुख्य वक्ता गुजरात के महामहिम राज्यपाल आचार्य देवव्रत के ओएसडी एवं वरिष्ठ अंतरंग सदस्य डॉ राजेंद्र विद्यालंकार रहे। सभा के मंत्री उमेद शर्मा उप मंत्री अनुराग खटकड़, कोषाध्यक्ष सुमित्रा आर्या ने भी संबोधित किया। बैठक का शुभारंभ वैदिक यज्ञ के साथ हुआ और शांति पाठ के साथ संपन्न हो गई।
वेद विश्व के सबसे प्राचीन ग्रंथ
बैठक को संबोधित करते हुए ओएसडी राजेंद्र विद्यालंकार ने कहा कि वेद विश्व के सबसे प्राचीन ग्रंथ है और वेदों ने ही संसार को ऋषि और गो कृषि का सिद्धांत दिया है, लेकिन विदेशी आक्रांताओ ने गुलामी के दिनों में आधुनिक खेती के नाम पर देश की प्रभु प्रदत्त प्राकृतिक खेती को मिटाने के सभी प्रयास किए। आजादी के 75 वर्षों के बाद देश को एक कुशल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रूप में मिला, जिसने वैदिक संस्कृति को महत्व देते हुए आगामी बजट में प्राकृतिक खेती को पर्याप्त धनराशि उपलब्ध करवाने की व्यवस्था की है।
श्री कृष्ण गौशाला का 10वां स्थापना दिवस समारोह 21 मार्च को
उन्होंने कहा कि आगामी 21 मार्च को कर्मयोगी श्री कृष्ण गौशाला गांव सिवाह का 10 वां स्थापना दिवस का स्थापना दिवस समारोह मनाया जाएगा। इस समारोह के मुख्य अतिथि गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत होंगे। लोकसभा सांसद संजय भाटिया और राज्यसभा सांसद कृष्ण लाल पंवार विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद रहेंगे। जबकि समारोह की अध्यक्षता ग्रामीण विधायक महिपाल ढांडा करेंगे। यह कार्यक्रम सुबह 9:00 बजे प्रारंभ हो जाएगा।
पर्यावरण प्रदूषण से मुक्ति मिलेगी
उन्होंने कहा कि हमारे वेद शास्त्रों में गाय को मां के समान माना गया है। गाय जहां हमें पौष्टिक दूध घी और कृषि के लिए पौष्टिक खाद देती है। वहीं प्यार दुलार का संदेश भी विश्व मानव को देती आ रही है। उन्होंने कहा कि यदि पूरा भारत वेद प्रदत्त गो कृषि के अनुसार प्राकृतिक खेती करने लगे तो हजारों करोड़ धनराशि की बचत होगी। वहीं पर्यावरण प्रदूषण से भी मुक्ति मिलेगी। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक संसाधनों के शोषण के कारण आज तेजी से जलस्तर गिर रहा है। हरित ऊर्जा खत्म होती जा रही है। वर्तमान खेती को ग्लोबल वार्मिंग से बचाने के लिए आधुनिक सिंचाई प्रणाली को अपनाना होगा। वैज्ञानिकों को भी और अधिक शोध करके खेती के ऐसे नए-नए बीज तैयार करने होंगे जो कम पानी और अधिक तापमान पर भी अच्छा उत्पादन दे सकें।
ये रहे मौजूद
बैठक में सभा प्रधान राधा कृष्ण आर्य, सभा मंत्री उमेद सिंह शर्मा, सभा कोषाध्यक्ष सुमित्रा आर्या, वेद प्रचार अधिष्ठाता रमेश आर्य, विशेष आमंत्रित सदस्य कन्हैया लाल आर्य, विद्यालय प्रधान प्रदीप आर्य, मैनेजर राजेंद्र जागलान, कोषाध्यक्ष मेहताब मलिक, जगदेव आर्य, ओम प्रकाश आर्य, मनजीत आर्य, सत्यवान आर्य, नायबसिंह आर्य, कन्या गुरुकुल वीर भवन की प्राचार्य स्वीटी छिकारा, आर्य बाल भारती की प्राचार्य रेखा शर्मा, उप प्राचार्य राजकुमार शर्मा, और आर्य स्कूल के प्राचार्य मनीष आर्य, प्रबंधक रामपाल जागलान प्रमोद, प्रबंधक आर्यवीर भवन प्रधान वीरेंद्र आर्य पाढा, सभा के उप प्रधान अनुराग खटकड़, अंतरंग सदस्य विजय मलिक आदि मौजूद रहे।