पानीपत। एसडी पीजी कॉलेज में राज्य स्तरीय सात दिवसीय ‘पानीपत महोत्सव – तृतीय पुस्तक मेला’ के छठे दिन बतौर मुख्य अतिथि सुभाष यादव आई.ऍफ़.एस. संरक्षक रोहतक मंडल ने शिरकत की। आज के कार्यक्रम के मार्गदर्शक राज नारायण कौशिक आई.ऍफ़.एस. महानिदेशक कृषि एवं किसान कल्याण विभाग रहे। कार्यक्रम की प्रस्तावना डॉ अनुज कुमार राय प्रधान वैज्ञानिक भारतीय गेंहू एवं जौं अनुसंधान केंद्र करनाल ने रखी और मुख्य व्याख्यान डॉ सुरेश कुमार प्रधान वैज्ञानिक केंद्रीय मृदा लवणता अनुसंधान संस्थान करनाल ने दिया। उनके साथ डॉ कैलाश और सुनील मलिक ने कार्यक्रम की शोभा बढाई ।
कल इस राज्य स्तरीय सात दिवसीय ‘पानीपत महोत्सव तृतीय पुस्तक मेला’ का होगा समापन
प्रथम सत्र का थीम ‘प्रकृति खेती समय की पहल’ रहा। सांयकालीन सत्र में ‘राजभाषा हिंदी के क्षितिज का विस्तार’ विषय पर कार्यशाला का आयोजन नगर राजभाषा क्रियान्वन समिति पानीपत द्वारा किया गया जिसमे बतौर मुख्य अतिथि डॉ देव शंकर झा ‘नवीन’ भारतीय भाषा संस्थान जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय नई दिल्ली ने शिरकत की। अध्यक्षता विवेक नारायण महाप्रबंधक इंडियन ऑयल ने की। आशुतोष चन्द्र झा राजभाषा प्रभारी ने कार्यशाला की शोभा बढाई। मेहमानों का स्वागत प्राचार्य डॉ अनुपम अरोड़ा, डॉ संगीता गुप्ता, डॉ संतोष कुमारी और डॉ राकेश गर्ग ने शाल, पौधा रोपित गमले और पुस्तकें भेंट करके किया।
सुभाष यादव आई.ऍफ़.एस. संरक्षक रोहतक मंडल ने कहा कि आधुनिक युग का इंसान मोबाइल तक सिमित हो गया है जबकि उसे पुस्तकों के साथ खुद को जोड़ना चाहिए। डॉ सुनील कुमार प्रधान वैज्ञानिक ने कहा कि आज का समय कौशल विकास का है और जो युवा जितनी अधिक पुस्तकें पढ़ेगा वह उतना ही पारंगत बनेगा। डॉ देव शंकर झा ‘नवीन’ भारतीय भाषा संस्थान जे.एन.यू. नई दिल्ली ने कहा कि राजभाषा में पूरे देश को एक सूत्र में बांधने की ताकत है। विवेक नारायण महाप्रबंधक इंडियन आयल ने कहा कि हमें हिंदी के प्रति समर्पित रहना चाहिए। हमें इसे सीखना, इसका सदुपयोग करना और इसका संरक्षण करना चाहिए।