आज समाज डिजिटल, पानीपत :
पानीपत। शशिकांत इंटरनेशनल चैरिटेबल ट्रस्ट समालखा द्वारा बेसहारा गौवंश के लिए हरा चारा खिलाने के लिए‌ 24 खौरों के बाद और नई 12 खौरे रखवाई। अब तक कुल 36 खोर रखवाई जा चुकी है। कान्हा गौवंश रक्षा उपचार एवं कल्याण संस्था समालखा के सदस्यों ने जानकारी देते हुए बताया कि शशिकांत इंटरनेशनल चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा बेसहारा गौवंश के लिए अब तक कुल 36 खोरे समालखा हल्के के अलग – अलग गांवों में रखवाई गई है, ताकि बेसहारा गौवंश भी अपना चारा जमीन की बजाय खौर में साफ सुथरा हरा चारा खाएं।

गाय की आचरण में धर्म की शिक्षा, त्याग की, दान की, परोपकार की शिक्षा निहित है

शशिकांत कौशिक ने बताया गाय की प्रकृति में विशेष भोलापन है, वही उसका सौन्दर्य है। उसके आचरण में धर्म की शिक्षा, त्याग की, दान की, परोपकार की शिक्षा निहित है। उसकी भावना से साहित्य व धर्म की प्रेरणा मिलती है और गौरक्षा ही धर्मरक्षा और आत्मरक्षा तथा राष्ट्र की रक्षा है। उन्होंने अपील की कि हरा चारा बेसहारा गौवंश को जमीन पर न खिलाएं वहां पर कांच, नुकीले वस्तु गिरी रहती है। जिस कारण गौवंश के पेट में जाकर बिमारी होने का खतरा रहता है। संस्था के सदस्यों ने शशिकांत कौशिक को गऊ-माता का चित्र भेंट कर आभार व्यक्त किया और उनके उज्जवल भविष्य की गौमाता से प्रार्थना की।

ये रहे मौजूद

इस अवसर पर श्याम लाल, प्रताप आट्टा, अंकित छौक्कर, सचिन कपूर, रजनीश किवाना, चरणसिंह किवाना, बिजेंद्र नरायणा, अनिल, रविकांत हथवाला, मनोज नरायणा, मंदीप भापरा, संचित अरोड़ा, सागर कश्यप, राहुल कश्यप, अंकित उप्पल, अंकुश जौरासी, अनिल नरायणा, गौरव वर्मा, प्रिंस वर्मा, जगबीर सैनी भापरा, भगवत वशिष्ठ, रोहतास जौरासी, प्रदीप भापरा आदि गौभक्त मोजूद रहे।

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