पानीपत। अंतर्राष्ट्रीय प्राकृतिक चिकित्सा संगठन द्वारा सातवां प्राकृतिक चिकित्सा शिविर के साथ निजी स्कूल में कार्यशाला का आयोजन किया गया। शिविर में नेचुरोपैथी, योग व ध्यान से सभी रोगों के इलाज की विधि के बारे जागरूक किया गया। स्कूल के लगभग 700 बच्चों की जागरूक किया गया। दिल्ली एनसीआर आईएनओ के प्रधान डॉ राजेश भयाना ने बताया कि इन शिविरों से सैकंडो छात्र व छात्राएं लाभ उठा चुके है। उन्होंने बताया कि हवा, पानी, मिट्टी, आकाश और आग पंच तत्वों का इलाज की विधि बताई गई।
पूरे भारत में 1000 से अधिक निःशुल्क शिविर व कार्यशाला आयोजित करेगी
दिल्ली एनसीआर आईएनओ के अध्यक्ष डॉ. राजेश भयाना ने बताया कि नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ नेचुरोपैथी आयुष मंत्रालय, भारत सरकार 31 मार्च तक पूरे भारत में 1000 से अधिक निःशुल्क शिविर व कार्यशाला आयोजित करेगी जोकि 31 मार्च तक जारी रहेंगे। अध्यक्ष ने जानकारी देते हुए बताया कि भारत में 10 लाख से अधिक प्राकृतिक चिकित्सक हैं। सभी को पंजीकरण देने पर विचार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी नेचुरोपैथी घर-घर प्रचार करना चाहते थे, क्योंकि दुनिया का सबसे सस्ता इलाज है। राष्ट्रीय प्रधान डा अनन्त बिरादर ने कहा कि भारत सरकार को जल्द से जल्द सबसे सस्ती इस पद्धित को मान्यता देनी चाहिए, ताकि लाखो गरीब लोगो को लाभ मिल सके।
हर शनिवार व रविवार तक लगातार आयोजन चलेगा
डॉ राजेश भयाना ने बताया कि पिछले सात सप्ताह से डा अनन्त बिरादर व डा. राजेश भयाना के नेतृत्व में डा सजय शर्मा, डा.पुनम आहुजा ,योगाचार्य सजयं शर्मा डा. विजयमल कुमार, डा अवतार कौर, डा रजना चन्द्रा, डा. अनील शर्मा, डा. कचन पाणेडय, डा. राजेश जैन, डा. इरफान खान, डा. रोचिता चोपडा, देहली एनसीआर के सहयोग से पानीपत, फरीदाबाद, बहदुरगढ, सोनीपत, गाजियाबाद, नोयडा के कई स्कूलों में कार्यशाला का आयोजन चल रहा है जो कि 26 मार्च तक हर शनिवार व रविवार तक लगातार आयोजन चलेगा।