आज समाज डिजिटल, पानीपत :
पानीपत। पानीपत निवासी 68 वर्षीय जगदीश जुनेजा ने अपना पूरा जीवन सेवा कार्यों में बिताया और कुछ ऐसे महान व्यक्ति होते हैं जो जन्म जन्मांतर तक याद रखे जाते हैं और मरणोपरांत भी उनके पार्थिव शरीर ने सेवा का कार्य करना नहीं छोड़ा। अपने घर संसार, परिवार के अंदर सुखमय जीवन व्यतीत कर रहे थे। थोड़ा अस्वस्थ हुए और देह त्याग दिया। लेकिन अपने जीवन काल में उन्होंने मंशा जाहिर की थी कि मेरे मरणोपरांत मेरी आंखों का दान कर देना। उनकी धर्मपत्नी और बेटे बेटियों ने मिलकर निर्णय लिया उनके नेत्रों को एक नेक भावना के साथ दान कर दिया। उनके नेत्रों का दान समाज की सेवा में दो नेत्रहीन व्यक्तियों के लिए कर दिया।

जन सेवा दल और माधव बैंक करनाल के द्वारा नेत्रदान कराया गया

बेशक यह उनकी अंतिम दृष्टि थी, लेकिन किन्ही दो नेत्रहीनों के लिए  प्रथम दृष्टि बन जाएगी। वह दो नेत्रहीन व्यक्ति इस परिवार को हमेशा दुआएं अरदास प्रार्थनाएं करते रहेंगे और दिवंगत जीवात्मा स्वर्ग में बैठकर खुश होगी कि उनके बच्चों ने उनकी इस भावना को पूर्ण किया एवं समाज को एक राह दिखा कर गए, ताकि उनकी आंखों से संसार देख सके। सेवा कार्य जन सेवा दल और माधव बैंक करनाल के द्वारा नेत्रदान कराया गया। प्रधान किशन मनचंदा, चमन गुलाटी, राजकुमार मनोचा, कमल गुलाटी, कपिल ग्रोवर और पूरी जन सेवा दल की टीम का सहयोग रहा।

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