- जन सेवा दल द्वारा 250 महिलाओं को राशन वितरित किया गया
आज समाज डिजिटल, पानीपत:
पानीपत। जन सेवा दल जोकि पिछले 42 वर्षों से राशन वितरण की सेवा कर रहा है। इसी श्रृंखला में रविवार को 250 महिलाओं को राशन वितरित किया गया। इस अवसर पर निति सेन भाटिया ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। प्रधान किशन मनचंदा ने फूल मालाओं से मुख्यातिथि का स्वागत किया। वहीं सप्तमी नवरात्रि पर कृपाल आश्रम से आए प्रीचर रतन ने संत राजिंदर सिंह महाराज की तालीम से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि आप जो अन्न का दान लेने के लिए यहां पर आते हो यह तभी सार्थक होगा, जब आप प्रभु नाम का सिमरन करके भोजन बनाएंगे और भजन सेवन करने वाला जो आज लेने वाला है, वह कल देने वाला बन जाएगा।
हमें राम के आदर्शों पर चलना है
ब्रह्म ऋषि ने कहा कि राम का नाम का जो सिमरन करता है उसका भव सागर से बेड़ा पार हो जाता है। महंत अरुण दास महाराज ने सत्संग के माध्यम से समझाया हर वर्ष रामलीला होती है, कोई प्रभु राम का रोल करता है तो कोई लक्ष्मण का, कोई भरत का और कोई राक्षसों का रोल करते हैं। हमें भी अपने जीवन में यह सोचना है कि हमें राम के आदर्शों पर चलना है और अपने बच्चों को भी यही शिक्षा देनी है कि राम के आदर्श से क्या लाभ है और रावण के आदर्शों से क्या लाभ है। यही बच्चों को शिक्षा देनी है। नीति सेन भाटिया ने कहा कि वह मुख्य अतिथि नहीं, बल्कि जन सेवा दल का एक सेवादार हैं और उसी रूप में आज अभी बीच उपस्थित हुए हैं। उन्होंने कहा कि पानीपत के लिए एक मिसाल है जन सेवा दल। जो सेवा का यह कार्य कर रहा है वह बहुत ही काबिले तारीफ है।
जन सेवा दल का मतलब ही है मानव सेवा
पार्षद पति अशोक छाबड़ा ने इस राशन वितरण समारोह में 11 हजार रुपए की राशि प्रदान की और कहा कि जन सेवा दल किसी नाम का मोहताज नहीं है। पानीपत के अंदर एक जन सेवा दल अपना आशियाना बना कर उन बुजुर्गों विकलांग और मंदबुद्धि लोगों की सेवा कर रहा है। उनके स्वागत के लिए जन सेवा दल के कर्मठ सेवादार जगन्नाथ नागपाल फूल मालाओं से उनका स्वागत किया। जन सेवा दल के प्रचार मंत्री युधिष्ठिर शर्मा जो सभी संस्थाओं को मिलाकर चलते हैं और हर संस्था में मार्गदर्शन करते हैं। सुर सम्राट लेखराज जताना ने मां के भजनों से सबका मन मोह लिया। महासचिव चमन गुलाटी का कहना है हर समस्या का हल जन सेवा दल। अगर किसी की सेवा करता है तो कोई एहसान का कार्य नहीं है। जन सेवा दल का मतलब ही मानव सेवा है।
निष्काम भाव से सेवा करनी चाहिए
प्रधान किशन मनचंदा ने कहा कि हमें काम, क्रोध, लोभ, मोह, अहंकार को छोड़कर निष्काम भाव से सेवा करनी चाहिए जो हमारे साथ जाती है। इस सेवा के कार्य में प्रधान किशन मनचंदा, चमन गुलाटी, राजकुमार मनोचा, कमल गुलाटी, जगन्नाथ नागपाल, अशोक मिगलानी, श्याम लाल, कपिल ग्रोवर, फौजी, राजू कथूरिया, कपूर, सुभाष, यस बंगा व जन सेवा दल की पूरी टीम ने आए हुए मुख्य अतिथि नीति सेन भाटिया अशोक छाबड़ा का तहे दिल से धन्यवाद किया।