पानीपत। सीआईए-टू पुलिस की टीम ने रेलवे में नौकरी लगवाने के नाम पर 10 लाख रुपए की धोखाधड़ी के मामले में फरार चल रहे गिरोह के दूसरे सदस्य को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है। आरोपी की पहचान जितेंद्र उर्फ बब्लू पुत्र चंद्रभान निवासी सिंगोहा करनाल के रूप में हुई। सीआईए-टू प्रभारी इंस्पेक्टर वीरेंद्र ने बताया थाना शहर में युधिष्ठर पुत्र हरि नारायण निवासी बिशन स्वरूप कॉलोनी पानीपत ने मई में शिकायत दी थी कि उसके साथ नौकरी लगवाने के नाम पर 10 लाख रुपए की धोखाधड़ी हुई है। शिकायत में युधिष्ठर ने बताया था कि रविंद्र दहिया पुत्र हरिकिशन निवासी आर्य नगर पानीपत के साथ उसकी करीब 17 साल से जान पहचान है।
आरोपी ने दिया था बड़े अफसरों से जान पहचान का झांसा
जून 2020 में रविंद्र दहिया ने उसके भाई गुलशन से कहा कि उसकी बड़े अफसरों के साथ जान पहचान है और उसके पास स्पोर्ट्स कोटे से सरकारी नौकरियों की रिक्तियां है, वह युधिष्ठर को रेलवे में सरकारी नौकरी लगवा देगा। सारे कागजात भी स्वंय तैयार करवाने बारे कहा। रविंद्र ने विश्वास दिलाकर 7 लाख रुपए देने को कहा। कागजात का खर्च 50 हजार रुपए बताया। उसने 12 जुलाई को 35 हजार व 17 जुलाई को 15 हजार रुपए रविंद्र के खाते में डाल दिए। इसके अतिरिक्त फरवरी 2021 तक 5 लाख 43 हजार रुपए उसके खाते में ट्रांसफर व 3 लाख 60 हजार रुपए नगद रविंद्र दहिया को दिए।
स्टेशन मास्टर ने कागजात फर्जी बताते हुए कहा कि यहां किसी प्रकार की ऐसी वेकेंसी नहीं
जून 2021 में रविंद्र ने लेटर देकर पानीपत रेलवे स्टेशन पर स्टेशन मास्टर को रिपोर्ट करने बारे कहा। वह रविंद्र द्वारा दिए गए दस्तावेज लेकर पानीपत स्टेशन पर जाकर स्टेशन मास्टर से मिला। स्टेशन मास्टर ने कागजात फर्जी बताते हुए कहा कि यहां किसी प्रकार की ऐसी वेकेंसी नहीं है। युधिष्ठर ने शिकायत में बताया कि आरोपी ने नौकरी लगवाने के नाम पर उसके साथ 10 लाख रुपए की धोखाधड़ी कर ली। युधिष्ठर की शिकायत पर नामजद आरोपी रविंद्र दहिया निवासी पानीपत, जितेंद्र निवासी कुरूक्षेत्र, प्रभजोत निवासी अंबाला, अविनाश व प्रवीन निवासी करनाल, गोतम निवासी दिल्ली, रमीज राजा निवासी मध्य प्रदेश व रेखा रानी के खिलाफ थाना शहर में आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर कानूनी कार्रवाही अमल में लाई गई थी।
आरोपी रविंद्र के कब्जे से फर्जी दस्तावेज व 20 हजार रुपए बरामद
सीआईए-टू पुलिस टीम ने मामलें में नामजद आरोपियों के ठीकानों पर दबिश देते हुए गत दिनों आरोपी रविंद्र निवासी आर्य नगर पानीपत को गिरफ्तार कर गहनता से पुछताछ की तो आरोपी ने धोखाधड़ी की वारदात को अंजाम देने बारे स्वीकारा। पुछताछ में आरोपी से खुलासा हुआ था उसकी साथी जितेंद्र उर्फ बबलू पुत्र चंद्रभान निवासी सिंगोहा करनाल के माध्यम से अंबाला निवासी प्रभजोत से जान पहचान हुई थी। प्रभजोत का अंबाला में जगाधरी रोड पर ऑफिस है। शार्टकट तरिके से पैसे कमाने के लिए सभी ने मिलकर अंबाला ऑफिस में बैठकर ठगी की योजना बनाकर वारदात को अंजाम दिया। आरोपी रविंद्र के कब्जे से तैयार किए फर्जी दस्तावेज व हिस्से में आई नगदी में से बचे 20 हजार रुपए बरामद कर पुलिस टीम ने आरोपी रविंद्र को न्यायिक हिरासत जेल भेजा गया था।
अन्य आरोपियों को भी जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा
इंस्पेक्टर वीरेंद्र ने बताया सीआईए-टू पुलिस की टीम ने आरोपी जितेंद्र के संभावित ठीकानों पर दबिश देते हुए रविवार सायं पानीपत बस अड्डे के पास से गिरफ्तार कर गहनता से पुछताछ की तो आरोपी ने धोखाधड़ी की वारदात में शामिल होने बारे स्वीकारते हुए बताया कि 10 लाख में से उसके हिस्से में 3 लाख रुपए आए थे, जिसमें से कुछ पैसे उसने खाने पीने में खर्च कर दिए। पुलिस टीम ने आरोपी को दो दिन के पुलिस रिमांड पर लेकर आरोपी के कब्जे से बचे 80 हजार रुपए बरामद कर आरोपी जितेंद्र को बुधवार को न्यायालय में पेश किया जहां से उसे न्यायिक हिरासत जेल भेजा गया। वारदात में शामिल फरार चल रहे अन्य आरोपियों को भी जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।