Aaj Samaj (आज समाज),SD PG College, पानीपत: एसडी पीजी कॉलेज पानीपत के वाईआरसी कार्यकर्ताओं ने भारतीय रेडक्रॉस सोसाइटी चंडीगढ़ द्वारा समरिला कैंपस सोमवन-हरीपुर मनाली (हिमाचल प्रदेश) में आयोजित पांच दिवसीय राज्य स्तरीय यूथ रेडक्रॉस एडवेंचर कैंप में शानदार प्रदर्शन किया और प्रकृति एवं पर्यावरण को नजदीक से महसूस कर इसे संरक्षित करने के गुण खुद में विकसित किये। सौरभ, साहिल, मोहम्मद जाहिद और विशाल ने कॉलेज वाईआरसी का प्रतिनिधित्व करते हुए इस आवासीय कैंप में हिस्सा लिया। उनके साथ वाईआरसी काउंसलर डॉ राकेश गर्ग ने भी कैंप में हिस्सा लिया और वाईआरसी कार्यकर्ताओं का मार्गदर्शन किया। कैंप के सफल समापन के उपरान्त कॉलेज पहुँचने पर सभी कार्यकर्ताओं और डॉ राकेश गर्ग का स्वागत प्राचार्य डॉ अनुपम अरोड़ा, डॉ मुकेश पुनिया, डॉ एसके वर्मा, प्रो मनोज कुमार और अन्य प्राध्यापकों ने किया।
भारतीय रेडक्रॉस सोसाइटी चंडीगढ़ द्वारा मनाली (हिमाचल प्रदेश) में किया गया कैंप का आयोजन
एडवेंचर कैंप का उद्देश्य पर्यावरण के साथ सदभाव में रहना सिखाना और इसकी सुरक्षा के प्रति सभी की चेतना को जागृत करना है: डॉ अनुपम अरोड़ा
सायं कालीन सत्र में सांस्कृतिक गतिविधियों का आयोजन किया
विदित रहे कि इस कैंप में भाग लेने के लिए हरियाणा प्रदेश के 38 शिक्षण संस्थानों के वाईआरसी कार्यकर्ताओं को चयनित किया गया था, जिन्हें इस आवासीय कैंप के माध्यम से प्रकृति और पर्यावरण को जानने और समझने का अवसर प्रदान करना था. प्राकृतिक आपदाओं और मन में छुपे डर को बाहर निकालना भी इस एडवेंचर कैंप का एक उद्देश्य था। कैंप में आयोजित विविध प्रकार की गतिविधियों जैसे ट्रेकिंग, जिप लाइनिंग, रॉक क्लाइंबिंग, रिवर क्रासिंग, रस्साकशी, कमांडो नेट क्लाइमिंग, मंकी करोलिंग, रेपलिंग आदि में कार्यकर्ताओं ने जोश और जुनून के साथ हिस्सा लिया। सांयकालीन सत्र में सांस्कृतिक गतिविधियों का आयोजन किया गया।
प्रकृति से अनवांछित छेडछाड़ न करे
पवन गोयल एसडी पीजी कॉलेज प्रधान ने अपने संदेश में कहा कि हमें अपने चारों ओर के वातावरण को संरक्षित करने का तथा हमारे जीवन के अनुकूल बनाए रखने का निरंतर प्रयास करना होगा। पर्यावरण और प्राणी एक दूसरे पर आश्रित हैं और यही कारण है कि भारतीय चिंतन में पर्यावरण संरक्षण की अवधारणा उतनी ही प्राचीन है जितना यहाँ की मानव जाति का इतिहास है। इस कैंप ने वाईआरसी कार्यकर्ताओं को इसी तथ्य का बोध कराया है। प्राचार्य डॉ अनुपम अरोड़ा ने कहा कि इस प्रकार के कैंपस के आयोजन का उद्देश्य पर्यावरण के संरक्षण और सुरक्षा के प्रति सभी की चेतना को जागृत करना है। अगर हमने पर्यावरण में संतुलन बनाए रखा होता और इसका अर्थहीन दोहन न किया होता तो जो हालात धरती पर आज पैदा हो गए है वह कभी न होते। प्रकृति हमे बार-बार चेतावनी देती आई है कि हम उससे अनवांछित छेडछाड़ न करे और उसके साथ भी उचित व्यवहार करे। हमें एक ही धरती मिली है और हमें इसका ख्याल रखना ही होगा।
विद्यार्थी जीवन की चुनौतियों के लिए तैयार होते हैं
वाईआरसी कैंप उद्देश्य पर्यावरण के साथ सद्भाव में रहना सिखाना और इसकी सुरक्षा के प्रति सभी की चेतना को जागृत करना है। डॉ राकेश गर्ग वाईआरसी काउंसलर ने कहा कि इस प्रकार के एडवेंचर कैंप छात्र-छात्राओं में छिपी प्रतिभा को बाहर निकाल कर उनमें साहस और रोमांच की भावना का विकास करते हैं। इससे कार्यकर्ताओं में निर्णय लेने और सीमित संसाधनों में जीवनयापन करने के गुण विकसित होते हैं और विद्यार्थी जीवन की चुनौतियों के लिए तैयार होते हैं। पांच दिवसीय इस कैंप में वाईआरसी कार्यकर्ताओं को फ्लाइंग फॉक्स, मंकी क्रोलिंग, कमांडों क्रासिंग, आरचरी, शूटिंग, लेडर ब्रिज, ब्रह्मा ब्रिज, रोप वाक आदि का प्रशिक्षण दिया गया जो उनके आगे के जीवन में बहुत काम आएगा। इस कैंप में छात्र-छात्राओं को विपत्ति के समय अपना बचाव करने के तरीकों का भी प्रशिक्षण दिया गया। आग लगने की स्थिति में अपना बचाव, बिना ब्रिज के नदी को पार करना, पहाड़ों की चढ़ाई, शूटिंग का ज्ञान, कमांडो की ट्रेनिंग आदि जैसे प्रशिक्षण जीवन में बहुत काम आने वाले हैं।