कॉलेज की एन.एस.एस इकाई के प्रभारी प्रो. विवेक गुप्ता ने अपने संबोधन में कहा कि धूम्रपान करने से धमनियां कमजोर होने लगती हैं और कोरोनरी हार्ट डिजीज और स्ट्रोक हो सकता है। कुछ अध्ययनों में पिछले कुछ वर्षों में वैश्विक स्तर पर बढ़े हार्ट अटैक के लिए धूम्रपान को भी एक संभावित कारक बताया गया है। इसके अलावा तम्बाकू का उपयोग से कैंसर या फेफड़े की बीमारी भी हो सकती है। इसलिए युवाओं को नशे से दूर रहने के साथ-साथ समाज में भी नशे को रोकने के लिए अभियान चलाने चाहिए।
पानीपत। आर्य कॉलेज की एन.एस.एस इकाई द्वारा “से नॉट नो टू तंबाकू” कार्यक्रम का आयोजन करवाया गया। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के तौर पर पानीपत के जिला किशोर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मनीषा ने शिरकत की। एन.एस.एस इकाई के प्रभारी प्रो. विवेक गुप्ता व समन्वयक डॉ. मनीषा ढूढेजा ने मुख्य वक्ता का कॉलेज प्रांगण में पहुंचने पर पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया। मुख्य वक्ता डॉ. मनीषा ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि बताया कि तंबाकू के खाने व पीने से हमारे शारीरिक व मानसिक स्थिति दोनों को ही बहुत हानि होती है और साथ समाज में भी हमारी छवि खराब होती है। तंबाकू से कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी होती है। उन्होंने विद्यार्थियों से आह्वान किया कि ना तो वो स्वयं नशा करे और अपने परिवार व घर के आस-पास रहने वाले युवाओं को भी तंबाकू सेवन के प्रति जागरूकता पैदा करें। पानीपत जिला अस्पताल से आए काउंसलर सचिन ने विद्यार्थियों को नशा न करने की शपथ दिलाई।