आज समाज डिजिटल, पानीपत :
पानीपत। बुधवार को नारी तू नारायणी उत्थान समिति की अध्यक्षा सविता आर्य ने मुख्यमंत्री, गृह मंत्री, डीजीपी हरियाणा, आईजी करनाल रेंज, पुलिस अधीक्षक पानीपत, हरियाणा राज्य बाल संरक्षण आयोग हरियाणा सरकार को ईमेल के माध्यम से लिखित शिकायत भेजी, जिसमें बताया कि 22 जनवरी 2015 को पानीपत की ऐतिहासिक धरती से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान की शुरुआत राष्ट्रीय स्तर पर की थी, लेकिन पानीपत में उसके बाद सैकड़ों नवजात मृत और जीवित लावारिश हालत में मिल रहे हैं। कहीं झाड़ियों में तो कही नाले में कुत्ते नोच रहे होते है। ऐसे जघन्य अपराध को रोकने के लिए ही इस अभियान को चलाया गया था।
कभी संतुष्ट ज़बाब नहीं मिला
सविता आर्य ने शिकायत में लिखा कि उन्होंने पहले भी कई बार लिखित शिकायत दी, लेकिन कभी संतुष्ट ज़बाब नहीं मिला। फिर उन्होंने 16 दिसंबर 2022 को एक सूचना आरटीआई के माध्यम से मांगी कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के बाद पानीपत जिला में कितने नवजात शिशु जीवित व मृत पाए गए है। दिनांक 13/01/2023 को सविता आर्य को क्रमांक संख्या – 269 में जानकारी मिली कि जीवित नवजात 18 और मृत 38 मिल चुके है। उसके बाद सविता आर्य ने दूसरी आरटीआई 17 मार्च 2023 को लगाई, जिसमें जानकारी मांगी कि पुलिस द्वारा कितने लावारिस के माता पिता या दोषी की पहचान की गई और उनपर कार्यवाही की गई, तो उनको आरटीआई से जानकारी दी गई कि सिटी थाना में एक नवजात बच्ची और चांदनी बाग थाना ने एक नवजात के माता पिता को ढूंढा है। बाकी किसी के माता पिता नहीं मिले।
पुलिस ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया और न ही कोई दोषी पकड़ा
सविता आर्य का कहना है कि वह आला अधिकारियों, मंत्रियों के संज्ञान में यह मामला इस लिए लाना चाहती हैं कि ये दो परिवार अगर मिले है तो यह सविता आर्य ने ही खुद अपने प्रयास से ढूंढ कर पुलिस के हवाले किए है। बाकी पुलिस द्वारा आज तक एक भी परिवार की पहचान न करना, यह दर्शाता है कि हम अभी तक ऐसे जघन्य अपराध के लिए गंभीर नही हैं। तभी तो पुलिस ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया और न ही कोई दोषी पकड़ा। सविता आर्य ने अपनी लिखित शिकायत में मांग की है कि पुलिस को सख्त से सख्त आदेश देकर दोषियों पर कार्यवाही करवाएं, नहीं तो ऐसे ही भ्रूण और नवजात को कुत्ते नोचते मिलेंगे।