पानीपत। समालखा बचाओ संघर्ष मोर्चा ने समालखा नगरपालिका को नगर परिषद बनाने व जीटी रोड के दोनों साइड की सर्विस रोड निर्माण की मांग करते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के नाम एसडीएम की मार्फ़त 13 सूत्री मांग पत्र भी भिजवाया है। समालखा बचाओ संघर्ष मोर्चा के संयोजक पीपी कपूर ने कहा कि उम्मीद है कि मुख्यमंत्री 15 अगस्त को समालखा आगमन पर समालखा वासियों की समस्या का हल करेंगे व घोषणाएं करेंगे। कपूर ने बताया कि 40 वर्ष पहले 20 हज़ार की आबादी थी तब 1982 में यहां नगरपालिका बनी थी। इसी बीच आबादी 50 हज़ार से ज़्यादा हो चुकी है और 50 हज़ार की आबादी होने पर नगर परिषद बनाने का नियम भी है।
25 अवैध कालोनियों में लोग नारकीय जीवन जीने को मजबूर
इसलिए समालखा को तत्काल नगर परिषद बनाया जाए। मूल भूत ज़रूरतों से वँचित करीब 25 अवैध कालोनियों में लोग नारकीय जीवन जीने को मजबूर हैं। हलका विधायक धर्म सिंह छोकर व सांसद संजय भाटिया की उपेक्षा से समालखा नर्क बन चुका है। संघर्ष मोर्चा कोर कमेटी सदस्य नरेश जौरासी ने बताया जीटी रोड़ के दोनों ओर की सर्विस रोड़ का निर्माण न होने व गंदे पानी की निकासी न होने से जनता में भारी गुस्सा हैं। रेलवे रोड की खस्ता हालत के कारण सड़क खड्डों में बदल चुकी है। फ्लाई ओवर के नीचे सार्वजनिक शौचालय न होने से महिलाओं व पुरुषों को भारी समस्या होती है। लम्बे समय से जन समस्याओं की सुनवाई नहीं की जा रही, सीएम के प्रस्तावित आगमन से शहर वासियों को भारी उम्मीदें हैं।
प्रमुख मांगें
नगरपालिका को नगरपरिषद बनाओ, पालिका सीमा वृद्धि कर सभी अवैध कालोनियों को पास करो,जीटी रोड़ के दोनों ओर की सर्विस रोड़ से गंदे पानी की निकासी व सड़क निर्माण करो, खस्ताहाल हुई रेलवे रोड का निर्माण करो, शहीद भगत सिंह,चंद्र शेखर आज़ाद, उधम सिंह जैसे शहीदों की याद में रेलवे रोड़ व अन्य सड़कों पर स्वागत गेट बनाओ
जीटी रोड़ फ्लाई ओवर के नीचे सार्वजनिक शौचालय बनाओ, जौरासी रोड़ पर श्मशान घाट निर्माण करो, पुराने हस्पताल भवन में सरकारी कॉलेज बनाओ, गांधी कालोनी, गोल्डन पार्क व समालखा गांव में सार्वजनिक पुस्तकालय बनाओ
गांधी कालोनी में बने पटवार खाने को कम्युनिटी सेंटर बनाओ, रेलवे पार्क घोटाले के दोषियों के खिलाफ आपराधिक केस दर्ज हों, यमुना नदी पर गांव आट्टा से यूपी को जोड़ने वाले पुल के अधूरे निर्माण कार्य को तत्काल पूरा करो।
ज्ञापन सौंपने के दौरान ये रहे मौजूद
एसडीएम अश्वनी मलिक को ज्ञापन देने वालों में संयोजक पीपी कपूर, नरेश जौरासी, एडवोकेट दया नन्द पंवार,अनिल पांचाल, विजेंद्र धीमान,कृष्ण शास्त्री, विजेंद्र कादयान, संदीप, प्रेम चंद, कुलदीप सिंह, धन सिंह, मनोज, छोटू आदि शामिल हुए।