आज समाज डिजिटल, पानीपत :
पानीपत। आर्य बाल भारती पब्लिक स्कूल परिसर में ऋषि दयानंद छात्र प्रतिभा सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस समारोह के मुख्य अतिथि विद्यालय प्रबंधक समिति के प्रधान रणदीप आर्य रहे। विशिष्ट अतिथि कोषाध्यक्ष मेहताब मलिक एवं समाजसेवी डॉ. आर्य रमेश मरवाह रहे। समारोह की अध्यक्षता विद्यालय प्रबंधन समिति के प्रबंधक राजेंद्र जागलान ने की। प्राचार्या रेखा शर्मा ने सभी का स्वागत किया। उप प्राचार्य आचार्य राजकुमार शर्मा ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए इस कार्यक्रम की विस्तार से जानकारी दी। समारोह को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि प्रधान रणदीप आर्य ने कहा कि भारत शिक्षा के क्षेत्र में प्राचीन काल से ही प्रथम स्थान पर रहा है।
गुलामी के दिनों में भारतीय ज्ञान विज्ञान को दबाया गया
चारों वेद इस बात का साक्षी है कि भारत ने ही संसार को सबसे पहले संस्कृत जैसी भाषाओं की जननी भाषा दी और वेदों ने संसार को विज्ञान का ज्ञान दिया है, लेकिन गुलामी के दिनों में भारतीय ज्ञान विज्ञान को दबाया गया और विदेशी आक्रांताओं ने हमारे उच्च कोटि के इतिहास और साहित्य व संस्कृति को भी प्रभावित करने का प्रयास किया। उन्होंने कहा कि भारत के छात्र जहां विश्व स्तर पर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रहे हैं और जिस देश ने भारत पर 200 वर्ष शासन किया, उस देश के प्रधानमंत्री भी ऋषि सुनक भारतीय मूल के हैं जो वेद गीता और गाय का सम्मान मान सबसे अधिक करते हैं। उन्होंने कहा कि गत दिनों राष्ट्रीय विज्ञान ओलंपियाड में आर्य बाल भारती विद्यालय के 82 बच्चों ने भाग लिया था, जिनमें से 16 बच्चों ने राष्ट्रीय स्तर पर गोल्ड मेडल हासिल करके एक बार फिर सिद्ध किया है कि विज्ञान विषय में इस विद्यालय के छात्र सबसे आगे हैं।
प्रतिभाशाली छात्रों का और अधिक सहयोग किया जाएगा
इन छात्रों में से 12 छात्रों ने एमबीबीएस कर डॉक्टर बनने की इच्छा जाहिर की है, जबकि 2 छात्रों ने इंजीनियरिंग करने की इच्छा जाहिर की। वहीं दो छात्राओं ने एलएलएम करके जज बनने की इच्छा जाहिर की है। अध्यापकों छात्रों और अभिभावकों को और अधिक परिश्रम करके बच्चों की इच्छा पूर्ति करने के लिए और कड़ी मेहनत करनी होगी। इस अवसर पर प्राचार्या रेखा शर्मा ने आश्वस्त किया कि नए सत्र से विज्ञान गणित और अंग्रेजी विषयों की अतिरिक्त कक्षा लगाकर इन प्रतिभाशाली छात्रों का और अधिक सहयोग किया जाएगा, ताकि निर्धारित लक्ष्य को समय रहते पूरा किया जा सके। विद्यालय के उप प्राचार्य आचार्य राजकुमार शर्मा ने संबोधित करते हुए कहा कि यदि देश को आत्मनिर्भर बनाना है तो विज्ञान पर और अधिक ध्यान देना पड़ेगा। समारोह को संबोधित करते हुए प्रबंधक राजेंद्र जागलान ने कहा कि इस विद्यालय में छात्रों के भविष्य को संवारने के लिए सभी प्रयास किए जाएंगे, ताकि जय जवान जय किसान जय विज्ञान और जय अनुसंधान के नारे को धरातल पर सिद्ध किया जा सके।
1 अप्रैल से छात्रों को नए कलेवर में शिक्षा दी जाएगी
विद्यालय के कोषाध्यक्ष मेहता मलिक ने बताया कि विद्यालय के छात्रों ने राष्ट्रीय स्तर पर इस विद्यालय का नाम रोशन किया है इन बच्चों का भविष्य संवारने के लिए इन पर और अधिक ध्यान दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि इन छात्रों में सिमरन, सार्थक, उमेश कक्षा 6 और यशस्वी, मनराज, आयुष कक्षा 7, इसी प्रकार आयुष देवव्रत, गरिमा कक्षा 8 और 9 इसी प्रकार यशिका, रोनक, ऋषि का कक्षा 10 और इसी तरह अंश, श्लोक शर्मा, शिवम शर्मा कक्षा 11 एवं कार्तिक गौतम कक्षा 12 के नाम शामिल हैं। उन्होंने कहा कि 1 अप्रैल से छात्रों को नए कलेवर में शिक्षा दी जाएगी। इसके लिए सभी तैयारियां की जा रही है और मार्च माह में ही अध्यापकों को विशेष प्रशिक्षण देकर इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए तैयार किया जाएगा।