• पाइट में फ्यूचरिस्टिक कंप्‍यूटेशन पर दो दिवसीय अंतरराष्‍ट्रीय कॉन्‍फ्रेंस में पढ़े गए शोध पत्र
आज समाज डिजिटल, पानीपत :
पानीपत/समालखा। क्‍वांटम कंप्‍यूटिंग के माध्‍यम से हम दिनों में होने वाले काम को कुछ सेकेंड में पूरा कर सकते हैं। पलक झपकते ही बड़े से बड़े डाटा का परिणाम हासिल किया जा सकता है। क्रिप्‍टो करेंसी से लेकर डाटा एनालिसिस तक के सारे काम क्‍वांटम कंप्‍यूटिंग से ही होंगे। यह बात पाइट के निदेशक डॉ.शक्ति कुमार ने कही। वह यहां इंटरनेशनल कॉन्‍फ्रेंस ऑन फ्यूचरिस्टिक कंप्‍यूटेशन टेक्निक्‍स (आइसीएफसीटी-2022) विषय पर आयोजित दो दिवसीय अंतरराष्‍ट्रीय कॉन्‍फ्रेंस में अपने विचार रख रहे थे।

आर्टिफि‍शल इंटेलीजेंस में जो विशेषज्ञ होगा, उसके लिए करिअर में अपार संभावनाएं

इससे पहले चेयरमैन हरिओम तायल, निदेशक डॉ.शक्ति कुमार, कॉन्‍फ्रेंस चेयर डॉ.दिनेश वर्मा, कन्‍वीनर डॉ.मोनिका एवं डॉ.एससी गुप्‍ता ने दीप प्रज्‍वलन के साथ कार्यक्रम की शुरुआत की। कॉन्‍फ्रेंस में देश-विदेश से 60 रिसर्च स्‍कॉलर और विषय विशेषज्ञों ने मशीन लर्निंग, रोबोटिक्‍स, क्‍वांटम कंप्‍यूंटिंग, डाटा साइंस जैसी एमर्जिंग टेक्‍नॉलोजी पर अपने विचार रखे। डॉ.दिनेश वर्मा ने कहा कि एमर्जिंग टेक्‍नॉलोजी का युग है। आर्टिफि‍शल इंटेलीजेंस में जो विशेषज्ञ होगा, उसके लिए करिअर में अपार संभावनाएं हैं। एक तरह से पूरा आसमान उसका है। पर इसके लिए भी क्‍वांटम कंप्‍यूटिंग की ही आवश्‍यकता होगी।

सात सेशन में 40 शोधपत्र प्रस्‍तुत किए

जो युवा पहले ही से तकनीक को समझकर उस पर विशेषज्ञता हासिल कर लेंगे, वही ज्‍यादा सफल होंगे। अलग-अलग सात सेशन में 40 शोधपत्र प्रस्‍तुत किए गए। की नोट स्‍पीकर प्रो.पी रवि कुमार ने क्रिप्‍टो इको सिस्‍टम और साइबर सिक्‍योरिटी पर अपने विचार रखे। इंडस्‍ट्री एक्‍सपर्ट एवं ईसीयू के प्रोजेक्‍ट हेड बीएमडब्‍ल्‍यू यूएसए अजय सिंह ने सॉफ्ट कंप्‍यूटिंग एप्‍लीकेशंस के बारे में विस्‍तार से बताया। इस अवसर पर डॉ.नेहा, राजन सलूजा, डॉ.साक्षी, रोहित शर्मा, रीमा, रश्मि सलूजा, निशा, मंदीप कौर, रश्मि मक्‍कड़ मौजूद रही।