Aaj Samaj (आज समाज),Pushpadant Sagar Maharaj,पानीपत : स्थानीय श्री दिगंबर जैन मंदिर जैन मोहल्ला के प्रांगण में गणाचार्य पुष्पदंत सागर महाराज के पावन सानिध्य में गुरुभक्ति का आयोजन हुआ। इस महोत्सव में विशेष रुप से राष्ट्रभक्त मनिंदरजीत सिंह बिट्टा (चेयरमैन ऑल इंडिया एंटी टेरेरिस्ट फ्रंट) ने गुरुदेव के समक्ष पहुंचकर आशीर्वाद प्राप्त किया। इस अवसर पर विशेष रुप से श्री दिगंबर जैन पंचायत के द्वारा बिट्टा का भव्य स्वागत व अभिनंदन किया गया। पदाधिकारियों द्वार बिट्टा को पटका पहनाकर उनका बहुमान किया गया और साथ ही उन्हे पंचायत द्वारा भगवान महावीर व आचार्य का चित्र स्वरूप देकर सम्मान किया गया।
सागर महाराज की यूके प्रवास की घोषणा की गई
इस अवसर पर पानीपत की धरा पर एक नए इतिहास की भी रचना हुई। आचार्य के आज्ञाअनुवर्ती लघुमुनि पर्व सागर महाराज की यूके प्रवास की भी घोषणा की गई। इस अवसर पर बिटृटा के द्वारा यूके प्रवास के पोस्टर का अनावरण किया गया। जैन इतिहास में प्रथम बार कोई जैन संत यूके की धरती पर विश्व मैत्री धर्म प्रभावना यात्रा के लिए जा रहे हैं।
इस अवसर पर सर्वप्रथम क्षुल्लक पर्व सागर महाराज ने अपने उद्घोषक में कहा कि आज वर्तमान के वर्धमान आचार्य पुष्पदंत के सामने शेर ए हिंदुस्तान राष्ट्रभक्त बिट्टा दर्शनों के लिए पहुंचे हैं। उन्होंने कहा कि बिट्टा के दिल में देश सेवा का समर्पण तो है ही मगर जो श्रद्धा इनकी संतों में है वह भी अद्भुत है।
सेना के पास गोली है और हमारे पास बोली है
इस अवसर पर आचार्य पुष्पदंत सागर महाराज ने अपना आशीष वचन देते हुए कहा कि आज हम सबको अपने देश की सेना पर गर्व होना चाहिए। देश की सेना व पुलिस हमें हमेशा सुरक्षा प्रदान करती है। उन्होंने कहा कि देश की सेना और पुलिस के पास स्टार और बंदूक है, जिससे वह देश की रक्षा करते हैं और हमारे पास भी मयूर पिच्छी है जिससे हम जीवो की रक्षा और कल्याण करते हैं। उन्होंने कहा कि सेना के पास गोली है और हमारे पास बोली है, जिससे देश और धर्म की रक्षा संत और सेना दोनों मिलकर करती है। मगर आज तक मैंने कभी सेना और पुलिस को इस तरह से हड़ताल करते हुए नहीं देखा।
ये रहे मौजूद
इस अवसर पर प्रधान कुलदीप जैन, सुरेश जैन, सचिव मनोज जैन, मुकेश जैन, सुशील जैन, सुनील जैन, पुनीत जैन, राजेश जैन, दिनेश जैन, दीपक जैन, मेहुल जैन एडवोकेट, भूपेश जैन, पूर्व प्रधान राकेश जैन, टोनी जैन, संजीव जैन, सुमित जैन आदि मौजूद रहे।