Pushpadant Sagar Ji Maharaj : ऐतिहासिक नगरी पानीपत में पुष्पगिरी प्रणेता गणाचार्य श्री 108 पुष्पदंत सागर जी महाराज ससंघ का भव्य मंगल प्रवेश हुआ

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Panipat News/Pushpadant Sagar Ji Maharaj
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Aaj Samaj (आज समाज),Pushpadant Sagar Ji Maharaj,पानीपत: स्थानीय समाज के लोगों ने आचार्य श्री की भव्य अगवानी डा महेंद्र रंजन द्वार स्काईलार्क पर भव्य आरती कर की गई। तत्पश्चात भव्य शोभायात्रा का शुभारंभ हुआ। यह शोभायात्रा स्काईलार्क से शुरू होकर सलारगंज गेट, सुभाष बाजार, सराफा बाजार, गुड़ मंडी बाजार, जैन धर्मशाला होते हुए श्री दिगंबर जैन बड़ा मंदिर जैन मोहल्ला में संपन्न हुई। शोभायात्रा के दौरान गुरु भक्तों द्वारा जगह जगह आचार्य  ससंघ का स्वागत किया गया। सभी ने अपने घरों व प्रतिष्ठानों के आगे आचार्य श्री ससंघ की आरती व पाद किया। साथ गुरुदेव का भव्य स्वागत गुरु भक्तों ने चांदी व रंग-बिरंगे पुष्पों से किया। विशेष रुप सलारगंज गेट गुरुद्वारे पर सिख समाज द्वारा शोभायात्रा का भव्य स्वागत किया गया एवं सभी ने आचार्य श्री का आशीर्वाद भी प्राप्त किया। जैन मंदिर के प्रवेश द्वार पर 21 महिलाओं के द्वारा आचार्य श्री ससंघ की भव्य आरती की गई और श्री दिगंबर जैन पंचायत पानीपत के द्वारा आचार्य श्री का पाद प्रक्षालन किया गया।
  • पानीपत पानी भी देता है और पथ भी दिखलाता है :  पुष्पदंत सागर जी महाराज 

पानीपत की धरती से मानव सेवा तीर्थ पुष्पगिरी तीर्थ का शुभारंभ हुआ था

मंदिर जी में पहुंचने पर कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ, जिसमें सर्वप्रथम श्री दिगंबर जैन पंचायत के अध्यक्ष कुलदीप जैन व सौरभ सागर सेवा संस्थान एवं पुष्पगिरी तीर्थ के परम संरक्षक जम्मू प्रसाद जैन गाजियाबाद के द्वारा भगवान महावीर स्वामी के चित्र का अनावरण किया गया। साथ ही करनाल जैन समाज के द्वारा आचार्य श्री विमल सागर महाराज के चित्र का अनावरण किया गया। तत्पश्चात श्री दिगंबर जैन पंचायत पानीपत के कार्यकारिणी सदस्यों एवं गन्नौर जैन समाज के सदस्यों द्वारा श्री जी के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलन किया गया। इस अवसर पर गणाचार्य पुष्पदंत सागर महाराज ने अपना आशीष प्रदान करते हुए कहा पानीपत दो शब्दों से मिलकर बना है पानी और पथ अगर सृष्टि से पानी को हटा दिया जाए तो सब शून्य हैं। उन्होंने कहा कि पानीपत पानी भी देता है और पथ भी दिखलाता है। उन्होंने सन् 1997 की बात को याद दिलाते हुए बताया कि जब मैं पहली बार पानीपत आया था तो इसी पानीपत की धरती से मानव सेवा तीर्थ पुष्पगिरी तीर्थ का शुभारंभ हुआ था। पुष्पगिरी तीर्थ जो कि मानव सेवा के लिए की एक मिसाल बन गया है। मानव सेवा और जीव सेवा से बड़ा कोई कार्य नहीं। उन्होंने बताया पुष्पगिरी तीर्थ आज ना जाने कितने लोगों को नया जीवन दे रहा है।

2 लाख पेड़ लगाकर जीवन रक्षा का भी एक नया आयाम स्थापित करें

मानव सेवा का यह तीर्थ अपनी बगिया में बाल आश्रम, विधवा आश्रम, स्कूल, कॉलेज, फ्री औषधालय जैसी 24 महत्वपूर्ण योजनाओ को सेवा भाव से चला रहा है। ना जाने कितनी गरीब कन्याओं की शादी में सहयोग कर यह मानव सेवा तीर्थ सेवा के नये आयाम स्थापित कर रहा है। ऐसी कितनी विधवाएं है जिनको अपनों का साथ नहीं मिला आज पुष्पगिरी तीर्थ पर रहकर धर्म करते हुए अपने जीवन को सुखी से निर्वाह कर रही हैं। मानव सेवा का एक अनोखा तीर्थ है जहां 24 घंटे मेडिकल की सारी सुविधाएं उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि उनका सपना है कि अब तीर्थ पर एक नए रिकॉर्ड के साथ 2 लाख पेड़ लगाकर जीवन रक्षा का भी एक नया आयाम स्थापित करें। उन्होंने सभी को आह्वान किया कि जिस पुष्पगिरी तीर्थ की नींव पानीपत से रखी गई थी मैं आप सबको उस तीर्थ के लिए आमंत्रित करता हूं। आप सब लोग आए और पुष्पगिरी तीर्थ जो कि मानव सेवा के लिए निर्मित हुआ है और उसे आकर देखें आज किस तरह से बड़ी बड़ी सेवा कर रहा है और समाज का नाम रोशन‌ कर रहा है।

वही उत्साह वही भक्ति

इस अवसर पर भूपेंद्र जैन ने बताया कि आज सकल जैन समाज गुरूदेव का सानिध्य पाकर हर्षित हो रहा है सभी का समर्पण देखने योग्य बन रहा है लोगों आस्था पहले से ज्यादा बढ़ी है। उन्होंने बताया कि शाम को गुरूभक्ति में गुरूभक्तो गुरूदेव का आशीर्वाद प्राप्त किया। अधिवक्ता मेहुल जैन बताया कि 24 वर्षों बाद आचार्य का सानिध्य पानीपत को प्राप्त हो रहा है। उन्होंने बताया आज का दृश्य अतीत की याद भी दिलाता है कैसे बच्चा बच्चा गुरुदेव के दर्शनो का अभिलाषी रहता था और आज भी वही दृश्य देखने को मिला वही उत्साह वही भक्ति। इस शुभ अवसर पर कुलदीप जैन, मनोज जैन, मुकेश जैन, सुशील जैन, सुरेश जैन, दिनेश जैन, सुमित जैन, राकेश जैन, टोनी जैन, संजीव जैन, भुपेश जैन, दीपक जैन, पुनीत जैन आदि मौजूद रहे।