पानीपत। हाल ही में संपन्न हुए स्वच्छता पखवाड़ा के समापन समारोह पर पानीपत रिफाइनरी एवं पेट्रोकेमिकल कॉम्प्लेक्स (पीआरपीसी) की टीम सीएसआर ने रश्मि तिरु, मुख्य महाप्रबंधक (मा. संसा) के मार्गदर्शन में पानीपत के आसपास के क्षेत्रों को पूरी तरह से साफ और स्वच्छ रखने के अपने मिशन के तहत कई स्थानों पर स्वच्छता कार्यक्रम आयोजित किए।
विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं
इस मिशन में पहला प्रमुख स्थान था गवर्नमेंट गर्ल्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल (जीजीएसएसएस ), मॉडल टाउन, पानीपत, दूसरा पुराना औद्योगिक क्षेत्र और तीसरा बस स्टैंड क्षेत्र। जीजीएसएसएस मॉडल टाउन, पानीपत, में 300 छात्राओं के बीच, स्वच्छता शपथ, जागरूकता वार्ता, निबंध, स्लोगन और पेंटिंग प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं। साथ ही 25 पौधे भी रोपे गए।
जागरूकता वार्ता की और स्वच्छता शपथ दिलाई
फिर, टीम ने पानीपत शहर के पुराने औद्योगिक क्षेत्र का दौरा किया, जहां लगभग 400 सफाई कर्मचारियों, आस-पास की गरीब बस्तियों के लोगों और मैला ढोने वालों के साथ जागरूकता वार्ता की और स्वच्छता शपथ दिलाई। इन सभी को सेनिटेशन किट, फेस मास्क और जूट बैग प्रदान किए गए। इसके पश्चात पानीपत बस स्टैंड क्षेत्र का भी दौरा किया गया जहां उपस्थित लोगों को स्वच्छता शपथ दिलवाई गई और स्वच्छता वार्ता पर एक सत्र भी आयोजित किया गया। वहां मौजूद सभी 300 जनों को सेनिटेशन किट, फेस मास्क और जूट बैग प्रदान किए गए।
स्वच्छता नियमों को आत्मसात करना चाहिए
इसके अलावा पानीपत रिफाइनरी के प्रशासनिक क्षेत्र में लगभग 150 लोगों को, जिसमें कैंटीन कर्मचारी एवं ठेके पर कार्यरत श्रमिक थे, को जागरूकता वार्ता के साथ-साथ स्वच्छता शपथ दिलाई गई। सभी को भी स्वच्छता किट, मास्क और जूट के थैले वितरित किए गए। इस अवसर पर सुश्री रश्मि ने जोर देकर कहा कि इस वर्ष का विषय “स्वच्छ भारत, समृद्ध भारत” वास्तव में बहुत उपयुक्त है क्योंकि स्वच्छता अपनाकर ही हम सब समृद्ध बनते हैं। उन्होंने आगे कहा कि अपनी और अपने आस-पास की सफाई न केवल हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती है, बल्कि हमें विभिन्न संक्रामक रोगों से भी बचाती है। उन्होंने विशेष रूप से प्रेरित करते हुए कहा कि हमें सभी को स्वच्छता नियमों को आत्मसात करना चाहिए।
जूट बैग का उपयोग करने की आदत डालें
उन्होंने स्वच्छता की आवश्यकता पर बल दिया और स्वच्छता से होने वाले विभिन्न लाभों से भी अवगत कराया जिसमें प्रमुख हैं शारीरिक और मानसिक शक्ति का विकास। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि इंडियनऑयल की पीआरपीसी ने भी सुरक्षित वातावरण को बढ़ावा देने के लिए स्वच्छ और हरित ईंधन के उत्पादन के लिए कई पहल की हैं। उन्होंने सभी प्रतिभागियों को एकल उपयोग प्लास्टिक को अपने घर पर भी बिल्कुल न प्रयोग करने की जोरदार चेतावनी दी, क्योंकि पीआरपीसी पहले से ही इस क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निर्वहन कर रहा है । जैसाकि हमारे परिसर और मिनी स्मार्ट सिटी दोनों एकल उपयोग प्लास्टिक से 100 प्रतिशत मुक्त हैं। उन्होंने आगे कहा कि अपने दिन-प्रतिदिन की खरीदारी और अन्य उपयोग के लिए जूट बैग का उपयोग करने की आदत डालें क्योंकि ये टिकाऊ, पुन: प्रयोग करने योग्य, आसानी से साफ करने योग्य, विघटित होने योग्य और सुविधाजनक भी हैं।