आज समाज डिजिटल, पानीपत :
पानीपत। देशबन्धु गुप्ता राजकीय महाविद्यालय पानीपत में इतिहास विभाग व इको क्लब के संयुक्त तत्वावधान में सिक्खों के दसवें गुरु गुरु गोविंद सिंह के जन्मदिवस पर कार्यक्रम आयोजित किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्या संजू अबरोल ने की व कार्यक्रम का संचालन इतिहास विभाग के अध्यक्ष प्रो. दलबीर देसवाल व इको क्लब प्रभारी प्रोफेसर दलजीत कुमार ने किया। बतौर मुख्य वक्ता सहायक प्रो. दलजीत कुमार ने कहा कि सिख कौम ने धर्म व मानवता के लिए बलिदान दिए हैं।
सिक्खों के बलिदान को भारतवर्ष कभी भूल नहीं सकता
गुरु गोविंद सिंह ने जीवनपर्यंत औरंगजेब के अत्याचारों से संघर्ष किया व अपना पूरा परिवार धर्म की रक्षा के लिए बलिदान कर दिया। साहिबजादों पाँच वर्षीय जोरावरसिंह व सात वर्षीय फतेहसिंह को जालिम नवाब वजीर खान ने सरहन्द में जीवित दीवार में चुनवा दिया लेकिन इन वीर बालको ने उफ्फ तक नहीं की। प्रो. दलजीत कुमार ने कहा कि इन वीर बालको की शहादत के दिन को भारत सरकार ने वीर बलिदान दिवस के रूप में मनाने का निश्चय किया है। उन्होंने आगे कहा कि इतिहास में दिए गए सिक्खों के बलिदान को भारतवर्ष कभी भूल नहीं सकता।
अमरूद व गुलाब के पौधे हर्बल गार्डन में लगाए गए
प्राचार्या संजू अबरोल ने कहा कि गुरु गोविंद सिंह व सिखों ने मानवीय मूल्यों को अपनी सेवा भावना से जन- जन तक पहुंचाया है। प्रो. दलबीर देसवाल ने कहा कि युवा पीढ़ी को गुरुओ के दिखाए मार्ग पर चलकर राष्ट्र हित में बलिदान के लिए सैदव तैयार रहना चाहिए। गुरु गोविंद सिंह का जन्मोत्सव केक काटकर व मिठाई बाँटकर मनाया गया। इसके साथ ही इको क्लब के अंतर्गत अमरूद व गुलाब के पौधे हर्बल गार्डन में लगाए गए। इस दौरान डॉ दलजीत सिंह,डॉ रितु नेहरा, अनिल माली, सहित इतिहास विभाग के विद्यार्थी मौजूद रहे।