आज समाज डिजिटल, पानीपत :
पानीपत। डॉ. एमकेके आर्य मॉडल स्कूल में शुक्रवार को कक्षा चौथी ‘बी’ के विद्यार्थियों द्वारा ‘सत्यमेव जयते’ विषय पर विभिन्न माध्यमों द्वारा अपने विचारों की अभिव्यक्ति की गई। इस कार्यक्रम का आयोजन कक्षा अध्यापिका मोनिका गोयल के मार्गदर्शन में किया गया। कार्यक्रम का आरंभ सर्वप्रथम प्रार्थना गीत एवं मंत्रो मंत्रोच्चारण द्वारा हुआ। इसके पश्चात विद्यार्थियो द्वारा आज कल की घटनाओं के समाचार प्रस्तुत किए गए। कक्षा के छात्रों रौनक, अंशु, चेतना, हर्षल, पुण्यम, वेरोनिका और ध्रुव ने अंग्रेजी में भाषण द्वारा अपने विचार प्रस्तुत करते हुए कहा कि सत्य की सदा जीत होती है। सत्य की शक्ति इंसान को हर कठिन से कठिन परिस्थिति से बचाती है।
हिंदी व अंग्रेजी भाषाओं की कविताओं द्वारा सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया
इसी विषय पर चेतना, अमृत, राधिका और मानवी ने अपने विचारों को हिंदी भाषण के रूप में प्रस्तुत किया और बताया कि इस जगत में सत्य के मार्ग पर चलने से बड़ी कोई तपस्या नहीं है और न ही झूठ से बड़ा कोई पाप होता है, क्योंकि जिसके हृदय में सत्य का निवास होता है उसके हृदय में साक्षात परमेश्वर का वास होता है। तत्पश्चात कक्षा के विद्यार्थी सिया, आयुष, माधव, तृप्ति और आदविक ने हिंदी व अंग्रेजी भाषाओं की कविताओं द्वारा सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। कक्षा के विद्यार्थियों द्वारा लघु नाटिका प्रस्तुत की गई जो बहुत ज्ञानवर्धक थी तथा विषय से संबंधित सामूहिक गीत व नृत्य ने सभी का मन मोह लिया।
सत्य की हमेशा जीत होती है
इस अवसर पर विद्यालय के प्राचार्य मधुप परासर ने कहा कि हमारे देश भारत को लंबे संघर्षों के बाद स्वतंत्रता मिली है।आज़ादी के समय हमारे भारतीय विचारकों ने सत्यमेव जयते को एक मार्गदर्शक उपवाक्य के रूप में माना ताकि सदियों से प्रताड़ित भारतीय जनों को यह समझाया जा सके कि सत्य की हमेशा जीत होती है। सत्य का मार्ग बहुत कठिन होता है लेकिन जीत सदा सत्य की ही होती है इसलिए मनुष्य को सदा सत्य के मार्ग पर ही चलना चाहिए। उन्होंने विद्यार्थियों को सत्य के महत्व के प्रति प्रेरित करते हुए कहा कि सत्य की ही सदा विजय होती है यही वह मार्ग है जिसपर चलकर मनुष्य अपने चरम लक्ष्य को प्राप्त कर सकता है।
युवा केवल सत्य के मार्ग पर चलें
इस अवसर पर शैक्षिक सलाहकार मंजू सेतिया ने अपने विचारों को व्यक्त करते हुए कहा कि सत्यमेव जयते का सीधा अर्थ है कि हमारे देश के युवा केवल सत्य के मार्ग पर चलें, क्योंकि सत्य की ही जीत होती है और सत्य के बल पर ही हम अपने देश को विकास के मार्ग पर अग्रसर कर सकते हैं। विद्यालय की भाषा व गतिविधि प्रभारी मीरा मारवाह ने विद्यार्थियों के क्रियाकलापों की प्रशंसा करते हुए कहा कि सत्य बोलना सबसे बड़ी तपस्या है। सत्य मनुष्य को कभी हारने नहीं देता। हमारे देश के युवाओं और बच्चों को भी हमेशा सत्य के मार्ग पर चलने का प्रयास करना चाहिए, क्योंकि बाल्यावस्था में जो बच्चा सीखता है वही सीख वह आगे आने वाले अपने जीवन में अपनाता है।