असंभव से संभव के बीच का अंतर किसी व्यक्ति विशेष के दृढ़ संकल्प पर निर्भर करता है, ये साबित किया है सुखबीर मलिक ने

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Panipat News/President Award Winner Sukhbir Singh Malik director of Friends Engineering Works
Panipat News/President Award Winner Sukhbir Singh Malik director of Friends Engineering Works
अनुरेखा लांबरा, पानीपत:
पानीपत। कुछ लोग सफल होते हैं क्योंकि सफल होना उनके भाग्य में लिखा है, लेकिन कुछ विरले लोग इसलिए सफल होते हैं क्योंकि वे दृढ़ संकल्पी होते हैं। पानीपत की ऐतिहासिक और औधौगिक नगरी के पास गांव उग्राखेड़ी में जन्मे एक ऐसी ही दृढ़ संकल्पी शख्सियत से आपको रू-ब-रू करवाते हैं, जिसने अपनी इच्छा शक्ति और दृढ़ता से औधौगिक जगत में अपनी सफलता का परचम लहराया है। शहर की जानी मानी हस्ती, राष्ट्रपति अवार्ड विनर फ्रेंड्स इंजीनियरिंग वर्क्स सनौली रोड के डायरेक्टर, आप पार्टी के जिलाध्यक्ष, इंजीनियरिंग यूनिट्स के प्रधान सुखबीर सिंह मलिक आज किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। अलबत्ता उनके एक दृढ़ संकल्प और सुनिश्चित ध्येय ने कैसे उन्हें आगे बढ़ाया, ये हम सबके लिए एक प्रेरणा है।

सैकड़ों की संख्या में लोगों को रोजगार दिया

सुखबीर मलिक ने आईटीआई डिप्लोमा करके एक शानदार इंडस्ट्री खड़ी की। सैकड़ों की संख्या में लोगों को रोजगार दिया। सुखबीर मलिक ने आईटीआई डिप्लोमा करने के बाद बीएसटी में सर्विस की बीएसटी बंद होने के बाद टैक्सटाइल मशीनरी बनाने का काम शुरू किया। आज के दिन में यह देश में जाना माना नाम है। असंभव से संभव के बीच का अंतर किसी व्यक्ति विशेष के दृढ़ संकल्प पर निर्भर करता है, ये साबित किया है सुखबीर मलिक ने।

दृढ़ता और हिम्मत से आगे बढ़ते रहे

सुखबीर मलिक बताते है कि बीएसटी बंद होने के बाद उन्होंने वर्ष 1985-86 में मात्र 16 हजार रुपए में एक छोटी सी वर्कशॉप खरीदी थी, जिसमें एक खराब मशीन, वेल्डिंग सेट था और किराए की दुकान थी। बस उसके बाद उन्होंने पीछे मुड के नहीं देखा और अपने आगे बढ़ने के लक्ष्य को सामने रख दिन रात मेहनत करते रहे और धीरे धीरे वीविंग/टेक्सटाइल मशीन बनाने का काम शुरू कर दिया। आज उनके पास हर तरह का कपड़ा, कारपेट, दरी, पर्दे, बेडशीट (साइज अनुसार) आदि बनाने की मशीनें उपलब्ध हैं, जिनके खरीददार ना केवल पानीपत औधौगिक नगरी में हैं, बल्कि संपूर्ण भारत, महाराष्ट्र, कलकत्ता, कर्नाटक, नेपाल व बांग्लादेश तक में भी इनकी बनाई मशीनों को तरजीह दी जा रही है। ऐसा नहीं है कि उनके लिए ये मुकाम पाना आसान था, बहुत तरह की रूकावटें, दिक्कतें सामने आईं, लेकिन सुखबीर मलिक ने हार नहीं मानी और समय के महत्व को समझते हुए दृढ़ता और हिम्मत से आगे बढ़ते रहे।

आईटीआई डिप्लोमा करके अपनी इंडस्ट्री स्थापित करें

सुखबीर मलिक समय प्रति समय टेक्निकल इंस्टीट्यूशन, आईटीआई आदि में भी जाकर बच्चों को प्रोत्साहित करने रहते हैं और उन्हें उनके भविष्य और विषय चयन के लिए भी मार्ग प्रशस्त करते रहते हैं। मालिक ने कहा चूंकि हमने आईटीआई डिप्लोमा करके एक इंडस्ट्रीज स्थापित की और वे चाहते हैं कि ज्यादा से ज्यादा लोग आईटीआई डिप्लोमा करके अपनी इंडस्ट्री स्थापित करें और अधिक से अधिक लोगों को रोजगार दें, अगर उनको किसी भी प्रकार की समस्या का अनुभव होता है तो वह उनकी सेवा के लिए हमेशा तत्पर रहेंगे।

रेस्पॉन्सिबल इंडियन का अवार्ड जीता

मलिक ने बताया कि इंडियन टेक्सटाइल मशीनरी मैन्यूफैक्चरर्स एसोसिएशन ने वर्ष 2012 में तत्कालीन राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल के कर कमलों से रेस्पॉन्सिबल इंडियन का अवार्ड जीता। जिसके प्रतिनिधि के तौर पर सुखबीर मलिक सम्मानित किए गए। रेस्पॉन्सिबल इंडियन अवार्ड जीतने वाली इंडियन टेक्सटाइल मशीनरी मैन्यूफैक्चरर्स एसोसिएशन के प्रतिनिधि सुखबीर मलिक ने बताया कि देशभर में इस क्षेत्र में एसोसिएशन का काम सबसे अच्छा पाया गया। उन्होंने प्रजेंटेशन में एसोसिएशन की जिम्मेदारियों और उसको कैसे पूरा किया, यह बताया। जिसे जूरी ने एप्रीशिएट किया और पुरस्कार के लिए चुना। जो पानीपत उद्योग जगत के लिए गौरव की बात है।

समाज सेवा के कार्यों के भी सक्रिय 
इसके साथ ही मलिक समाज सेवा के कार्यों में भी सक्रिय हैं और जरूरतमंदों की हर तरह से मदद के लिए तत्पर रहते हैं। खासकर खेलकूद से जुड़े युवाओं के लिए भी हर तरह की सुविधा और जरूरत मुहैया करवाने के लिए प्रयासरत रहते हैं। बच्चों को खेल के क्षेत्र में आगे बढ़ाने के लिए विभिन्न प्रकार के टूर्नामेंट्स आयोजित करवाते रहते हैं। मलिक पानीपत स्विमिंग एसोसिएशन के अध्यक्ष भी हैं। आज के आधुनिक और एकल परिवार के दौर में भी मलिक सामूहिक परिवार में रहते हैं।

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