आज समाज डिजिटल, पानीपत :
पानीपत : प्रार्थना परमात्मा से बात करने का सबसे प्रभावशाली तरीका है। हम सब प्रार्थना करते हैं। कोई सुबह उठकर प्रार्थना करता है, कोई रात को सोने से पहले प्रार्थना करता है। जब भी हम प्रार्थना करते हैं तो उसमें हम कुछ न कुछ दुनिया की चीज़ प्रभु से मांग रहे होते हैं। ज्यादातर तो हम इस किस्म की प्रार्थना करते हैं कि हे प्रभु! मुझे ये शारीरिक तकलीफ हुई है, यह दूर हो जाए। हे प्रभु! मेरी माता जी को तकलीफ हो गई है, उनकी तकलीफ दूर हो जाए। हे प्रभु मेरा बिजनेस खराब हो रहा है ये बेहतर हो जाए। हम प्रार्थना करते हैं कि हमें नया घर या नई कार मिले और दुनिया की चीज़ें मिलने के साथ-साथ हमारा शरीर भी तंदुरुस्त रहे।
प्रभु जानते हैं हमारे लिए क्या बेहतर है
हम प्रार्थना उन चीज़ों की करते हैं जो हम सोचते हैं कि हमारी ज़िंदगी में बहुत ज़रूरी हैं। हमें लगता है कि हम जो माँग रहे हैं वह हमें सारी उम्र मदद करेंगी लेकिन हो सकता है वह हमारे जीवन भर के लिए सही न हो। प्रार्थना करने का सही तरीका है कि प्रभु जो चाहे, वही हमारे जीवन में हो। प्रभु तो हमारे साथ क्या हुआ है वो जानते हैं, क्या हो रहा है वो जानते हैं और क्या होगा वो भी जानते हैं। प्रभु जानते हैं हमारे लिए क्या बेहतर है। हम नहीं जानते हमारे लिए क्या अच्छा है। हम अपनी सीमित बुद्धि और नज़रिये के अनुसार जो हमारे लिए अच्छा होता है, वह माँगते हैं लेकिन अगर हम सब कुछ प्रभु के ऊपर छोड़ दें कि वे हमें वह दें जो हमारे लिए बेहतर हो, तो यह हमारी सच्ची प्रार्थना होगी।