Aaj Samaj (आज समाज),Posthumous Body Donation, पानीपत: जीते जी तो हर कोई दूसरों की सेवा करता रहता है, लेकिन मरने के बाद भी अगर हमारा शरीर दूसरों के काम आ जाए तो इससे बड़ा कोई पुण्य का कार्य नहीं हो सकता। ऐसा ही एक महान कार्य करके दिखाया है माडल टाउन छाबड़ा अस्पताल के निकट रहने वाली पुष्पा बरेजा ने। जानकारी देते हुए जन सेवा दल के सदस्य चमन लाल गुलाटी ने बताया कि मॉडल टाउन की रहने वाली 58 वर्षीय पुष्पा बरेजा विश्व रूहानी मानव केंद्र संत कृपाल सिंह महाराज के परम शिष्य बाबा ठाकर सिंह महाराज के नाम लेवा बहन पुष्पा बरेजा सत्संग प्रचारक के रूप में हर जगह जाकर बताते थे।
अंतिम इच्छा अनुसार शरीर का दान
संत कृपाल सिंह महाराज सत्संग में बताते थे 1000 काम छोड़कर सत्संग में जाओ, 100 काम छोड़कर भजन सिमरन करो उसी सेवा को आगे बढ़ाते हुए स्वास रूपी पूंजी पूरी करके प्रभु चरणों में लीन हो गई। पुष्पा बरेजा एक बेटा दो बेटी से हरा भरा परिवार छोड़कर गई है। पुष्पा बरेजा की अंतिम इच्छा अनुसार उनके पति मोहन लाल बरेजा, उनके बेटे बेटियों ने उनके शरीर का अंतिम संस्कार ना करके बल्कि समाज भलाई के लिए हरियाणा के जिला कुरुक्षेत्र के शाहाबाद आदेश मेडिकल कॉलेज को दान किया है। पुष्पा बरेजा को अंतिम श्रद्धांजलि देने के लिए सगे संबंधियों के साथ जन सेवा दल की टीम भी मौजूद रही।
हमें गर्व है कि हम अपने इस मां की बच्चे हैं
मां की कमी कभी पूरी नहीं हो सकती, लेकिन हमें अपनी मां पर गर्व है। जिन्होंने जीते जी घर की जिम्मेदारियों के साथ-साथ समाज की सेवा भी की है और मरने के बाद भी समाज कल्याण के लिए कार्य करके गए हैं यह उनकी अंतिम इच्छा थी उनकी कमी हमें हमेशा रहेगी लेकिन उनके बताए गए मार्ग पर हम सदा चलते रहेंगे और आने वाले वीडियो को भी उनके मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करेंगे।
जब तक जीवित हो तब तक मां-बाप की सेवा करो
जन सेवा दल के प्रधान कृष्ण मनचंदा, चमन लाल गुलाटी, राजकुमार मनोचा, यश बांग्ला, श्याम लाल, कपिल ग्रोवर, ओमप्रकाश, राजपाल, सुभाष, अशोक कपूर, अशोक मिगलानी, समालखा जन सेवा दल से पंकज, गोल्डी, कपिल मल्होत्रा ने कहा कि मरने के बाद हर कोई अपने पूर्वजों के लिए हवन करवाते हैं, लंगर लगाते हैं उनसे अच्छा है जीते जी भी अपने मां-बाप की सेवा किया करो। मां बाप से बढ़कर दुनिया में कोई नहीं है मां बाप की सेवा भगवान की सेवा है। अगर हम सब मां-बाप की सेवा करने लग जाए तो हमेशा के लिए वृद्धाश्रम बंद हो जाए और स्वर्ग जैसा जीवन धरती पर ही हो जाए।