पानीपत : क्या आपको मालूम है कि हर आठ में से एक महिला को ब्रेस्ट कैंसर का खतरा होता है। अगर मां बनने के बाद बच्चे को मां का दूध मिलता है तो महिला को ब्रेस्ट कैंसर की आशंका कम हो जाती है। पानीपत इंस्टीटयूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नॉलोजी (पाइट) में फार्मेसी विभाग की ओर से आयोजित वर्ल्ड ब्रेस्टफीड सप्ताह में आयोजित पैनल डिस्कशन में यह रिसर्च सामने रखी गईं। कार्यक्रम में मेयर अवनीत कौर मुख्य अतिथि रहीं। श्वेता तायल विशिष्ट अतिथि रहीं। डॉ.दीप्ती दुआ, डॉ.पूनम जागलान स्पीकर रहीं। पाइट संस्कृति स्कूल की प्रिंसिपल रेखा बजाज, इनरव्हील क्लब की अध्यक्ष आकांक्षा, पाइट कॉलेज में एप्लाइड साइंस विभाग की अध्यक्ष डॉ.विनय खत्री, रोटेरियन मिनी कैला, नीरू राय, सपना कंसल पैनलिस्ट रहीं।
मां का दूध बच्चे के लिए अमृत
मेयर अवनीत कौर ने कहा कि मां का दूध बच्चे के लिए अमृत होता है। अगर समय पर बच्चे को मां का दूध नहीं मिले तो उसका विकास नहीं हो पाता। ऐसा देखा जाता है कि शहरों में महिलाएं स्तनपान कम कराती हैं। ग्रामीण महिलाएं ज्यादा जागरूक हैं। डॉ. दीप्ती दुआ ने कहा कि ब्रेस्ट कैंसर से बचने के लिए स्तनपान जरूर कराना चाहिए। बच्चे के जन्म के तुरंत बाद उसे मां का दूध मिल जाना चाहिए। इससे जरूरी पोषक तत्वों की कमी पूरी हो जाती है।
विदेश की तरह भारत में अलग-अलग जगहों स्तनपान सेंटर होने चाहिए
डॉ.पूनम जागलान ने कहा कि महिलाएं ब्रेस्ट कैंसर को लेकर जागरूक नहीं होती। महिलाओं को पता ही नहीं होता कि स्तनपान नहीं कराने से उन्हें कैंसर का भी खतरा हो सकता है। विदेश की तरह भारत में अलग-अलग जगहों स्तनपान सेंटर होने चाहिए। इस पर एक विशेष मुहिम चलाई जानी चाहिए। फार्मेसी विभाग से प्रिंसिपल डॉ.दीपक प्रभाकर भागवत ने कहा कि उनका विभाग गांवों में जागरूकता अभियान चलाएगा। स्तनपान ही नहीं, स्वास्थ्य संबंधी अनेक विषयों पर सेमिनार किए जाएंगे।
ये रहे मौजूद
पाइट के चेयरमैन हरिओम तायल, वाइस चेयरमैन राकेश तायल, डीन स्टूडेंटस वेलफेयर डॉ.बीबी शर्मा ने भी विचार व्यक्त किए। गरिमा मित्तल और डॉ.आकांक्षा को-कन्वीनर रहीं। पलिका सहगल, डॉ.डेजी, मुकेश, डॉ.शिवा, डॉ.सीमा, कुलवंत सिंह, विपाशा, आरती, डॉ.शक्ति अरोड़ा, डॉ.सुमन दहिया, अजय मलिक, डॉ.प्रवीन, तरुण मिगलानी, हार्दिक अरोड़ा मौजूद रहे।