Aaj Samaj (आज समाज),Physical and Intellectual Training Camp Third Day,पानीपत : आर्य बाल भारती पब्लिक स्कूल परिसर में पंच दिवसीय सार्वदेशिक आर्य वीर दल शारीरिक एवं बौद्धिक प्रशिक्षण शिविर में शुक्रवार को तीसरे दिन बौद्धिक कक्षा के अंतर्गत महान स्वतंत्रता सेनानी आर्य समाज के संस्थापक युग प्रवर्तक महर्षि दयानंद सरस्वती महाराज के जीवन चरित्र की चर्चा की। समारोह की अध्यक्षता आर्य बाल भारती पब्लिक स्कूल पानीपत के प्राचार्य आर्य सत्यवान मलिक ने की। शिविर के अध्यक्ष एवं विद्यालय के उप प्राचार्य आचार्य राजकुमार शर्मा ने महर्षि दयानंद सरस्वती के विषय में चर्चा करते हुए कहा कि महर्षि दयानंद 19वीं शताब्दी के एक महान क्रांतिकारी आध्यात्मिक योगी पुरुष ही नहीं थे, अपितु संस्कृत और व्याकरण के महान विद्वान भी थे।
ऋषि दयानंद अनेकों क्रांतिकारी वीर पुरुषों के शैक्षिक गुरु भी थे
उन्होंने कहा कि ऋषि दयानंद एक नहीं अनेकों क्रांतिकारी वीर पुरुषों के शैक्षिक गुरु भी थे। उन्होंने बताया महर्षि दयानंद सरस्वती महाराज ने आर्य समाज की स्थापना के माध्यम से ना केवल कुरीति एवं अंधविश्वासों पर कुठाराघात किया, अपितु समाज सुधार का बहुत बड़ा कार्य भी किया। उन्होंने गुरुकुल कांगड़ी हरिद्वार गुरुकुल कुरुक्षेत्र एवं गुरुकुल इंद्रप्रस्थ जैसे स्वनामधन्य गुरुकुलों की स्थापना की। उन्होंने बताया स्वामी श्रद्धानंद ने सर्वप्रथम अपने दोनों पुत्रों को गुरुकुल में एवं अपनी दोनों पुत्रियों को कन्या पाठशाला में स्वयं शिष्य के रूप में डालकर शिक्षा के क्षेत्र में बहुत बड़ा परिवर्तन खड़ा किया। अध्यक्ष आर्य सत्यवान मलिक ने बताया इन शिविरों के माध्यम से ही संस्कृति एवं सभ्यता का संरक्षण हो सकता है। उन्होंने कहा यह शिविर ही आर्य समाज के माध्यम से समाज सुधार का कार्य कर सकते हैं।