खरखौदा: खरखौदा अस्पताल में चिकित्सक को व कर्मचारियों की हड़ताल चली हुई है। जो आज 21वें दिन में प्रवेश कर चुकी है। लेकिन अब तक प्रशासन न तो दवाई उपलब्ध कराने में कामयाब रहा और न ही ब्लड जांच करने में कामयाब हो रहा है। अब तक इस हड़ताल की वजह से सैकड़ो मैरिज बगैर दवा के वापस लौट चुके हैं और प्राइवेट अस्पताल में इलाज कराने को मजबूर हो रहे हैं।
हालांकि सिविल सर्जन डॉ जय किशोर हड़ताल को अनुचित बता चुके हैं और एसएमओ सतपाल पर कार्रवाई करते हुए उनका चार्ज डिप्टी सीएमओ डॉक्टर स्वराज को दे चुके हैं। लेकिन हड़ताल पर बैठे कर्मचारियों को डिप्टी सीएमओ डॉ स्वराज मनाने में नाकामयाब रही। 5 दिन पहले डिप्टी सीएमओ को कार्यभार सौंपा गया था, लेकिन वे हड़ताल को तो समाप्त करवाने में फेल साबित हुई ही साथ ही मरीजों को दवाएं, ब्लड व अन्य जांच टेस्ट सुविधा शुरू करने में भी असफल रही।
इन पर की गई कार्यवाही
खरखौदा में चल रही है हड़ताल के मामले में डॉ सत्यपाल का चार्ज छीन लिया गया, खांडा के फार्मासिस्ट की ड्यूटी अस्थाई तौर पर सोनीपत जेल में लगाई गई। एएनएम रानी को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
डॉ आशा सहरावत को डिप्टी सीएमओ डॉ स्वराज का लिंक ऑफिसर बनाया गया है। इसके अतिरिक्त हड़ताल पर बैठे कर्मचारियों को नो वर्क नो पे के तहत उनका वेतन रोकने के लिए लिखा गया है। एचकेआरएन व कुछ कर्मचारियों की रिपोर्ट बनाकर डीजी हेल्थ व एचकेआरएन को भेजी गई है। सोमवार और मंगलवार को इस मामले में बड़ी कार्रवाई होने की उम्मीद है। इस सप्ताह प्रशासन हड़ताल समाप्त करवा सकता है।
अस्पताल में दवा स्टोर से दवाई नहीं मिल रही है, दवा वितरण वाले कर्मचारी नहीं आए हैं। डॉ. स्वराज ने जो आदेश दिए थे वे भी नही माने । जो डॉक्टर हड़ताल पर नहीं है वह लगातार मरीजों को देख रहे हैं लेकिन दवाएं व टेस्ट न होने से मरीजों को बाहर प्राइवेट अस्पतालो का सहारा लेना पड़ रहा है। सिविल सर्जन को इस बारे में सूचना दी गई है। जिन्होंने जल्द सुविधा उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया है।
-डॉ आशा सहरावत, एसएमओ खरखौदा।
– खरखौदा में जो सीएमओ डॉक्टर सत्यपाल द्वारा हड़ताल की जा रही है। वह हड़ताल अनुचित है। इस बारे में एक्शन लिया जा रहा है। रिपोर्ट बनाकर मुख्यालय भेजी गई है। हड़ताल पर बैठे कर्मचारियों को कारण बताओं नोटिस दिया गया है। एक-दो दिन में मामला सुलझा लिया जाएगा।
– डॉक्टर जय किशोर सिविल सर्जन सोनीपत।