आज समाज डिजिटल, पानीपत :
पानीपत: रविवार को सेक्टर 25 स्थित श्री रघुनाथ धाम के प्रांगण में निवर्तमान जिला उपायुक्त सुशील सारवान का पानीपत की धार्मिक, सामाजिक एवं शैक्षिक संस्थाओं की तरफ से सम्मान किया गया। उन्हें समाज एवं पानीपत के प्रति की गई सेवाओं के लिए विशेष तौर पर आभार व्यक्त किया गया। इस अवसर पर निवर्तमान उपायुक्त सुशील सारवान ने कहा कि पानीपत आकर मुझे ऐसा महसूस हुआ जैसे मैं एक बड़े परिवार का हिस्सा हूँ। पानीपत में ड्यूटी के दौरान 22 महीने का वक्त कैसे निकल गया पता ही नहीं चला। उन्होंने कहा कि यह शहर कर्मयोगियों और धर्मयोगियों का है। जब भी कोई विपदा आई तो शहर के लोगों ने कंधे से कंधा मिलाकर सहयोग दिया। कोरोना काल में जब ऑक्सीजन की कमी हुई तो हमने पानीपत के लोगों के सहयोग से 3 दिनों में इस कमी को पूरा कर लिया। उन्होंने कहा कि आपने जो मान सम्मान मिला है इसे मैं कभी भूल नहीं पाउंगा। उन्होंने वादा किया कि जब भी पानीपत के लोग मुझे बुलाएंगे तो मैं अवश्य आउंगा।
विभिन्न संस्थाएं व संगठन रहे मौजूद
इस अवसर पर दशहरा कमेटी रजि. सनौली रोड, अन्नपूर्णा वस्त्र एवं अनाज बैंक, विश्व जागृति मिशन, श्री सनातन धर्म संगठन रजि. पानीपत, श्री सत जीन्दा कल्याणा मंदिर चैरिटेबल ट्रस्ट, श्री सिद्ध बाबा कांशी गिरि मन्दिर, श्री भीम गोडा मन्दिर सनौली रोड, श्री संकट मोचन हनुमान मंदिर महावीर दल वार्ड नं. 9, श्री महावीर सभा रामायणी चौक, श्री अवध धाम मंदिर, श्री किशोरी कृपा संकीर्तन परिवार, श्री राम मंदिर वार्ड नं. 7, श्री गणेश मन्दिर ऋषि कॉलोनी, श्री राम दशहरा कमेटी, गुरुद्वारा श्री संत भाई नरैण सिंह अमर भवन चौक, संत द्वारा हरि मन्दिर, सेठी चौक, श्री राम शिशु विद्या मन्दिर, श्री कृष्ण कृपा सेवा समिति, श्री वृंदावन ट्रस्ट रजि., सबको रोशनी फाउंडेशन, श्री कृष्णा मंदिर वार्ड नं. 10-11, जन सेवा दल, वरिष्ठ नागरिक सेवा समिति, श्री सेवा भारती हरियाणा प्रदेश आदि संस्थाओं के पदाधिकारियों ने निवर्तमान उपायुक्त सुशील सारवान को स्मृति चिन्ह देकर व दौशाला ओढ़ाकर सम्मान किया। इस अवसर पर रमेश माटा, पुरूषोत्तम शर्मा, शाम सुंदर बतरा, तिलक राज छाबड़ा, प्रीतम गुलाटी, विकास गोयल, चिमन सेठी, अशोक नारंग, रमेश चुघ, युद्धवीर रेवड़ी, जवाहर जुनेजा, बसंत रामदेव, महेन्द्र पसरीचा, कृष्ण लाल रेवड़ी, किशन शर्मा, अमित तनेजा, सुरेन्द्र जुनेजा, ओम प्रकाश रेवड़ी, चुन्नी लाल लखीना, चुन्नी लाल चुघ, लीला कृष्ण भाटिया, वेद बांगा, कैलाश नारंग, पंकज सेठी आदि उपस्थित थे।