ऑस्टिज कोटा में हुए घोटाले की विजिलेंस जांच में सहयोग ना करने पर अधीक्षक और सहायक को प्रशासक ने दस्तावेज सहित किया तलब

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Panipat News/Ostige Plot Draw Scam Panipat
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  • हुड्डा विभाग के अधिकारी ऑस्टिज कोटे में करोड़ के घोटाले में शामिल अधिकारियों और दलाल को बचाने के लिए दे रहे हैं गलत जानकारी : स्वामी
आज समाज डिजिटल, पानीपत :
पानीपत। ऑस्टिज प्लॉट ड्रा घोटाले में पानीपत हुड्डा कार्यालय द्वारा सहयोग ना करने और गलत जानकारी देने के खिलाफ विजिलेंस पंचकूला द्वारा प्रशासक रोहतक को पत्र लिखकर सहायक और दूसरे अधिकारियों द्वारा गलत जवाब देने पूर्ण सूचना उपलब्ध ना कराने पर कार्रवाई करने के लिए लिखा गया। जिस पर संज्ञान लेते हुए प्रशासक रोहतक द्वारा हुड्डा विभाग के अधिकारियों को दस्तावेजों सहित 9 नवंबर को सुबह 11 बजे उपस्थित होने के आदेश दिए गए हैं। इस बात की जानकारी देते हुए शिकायतकर्ता जोगेंद्र स्वामी पूर्व जिला पार्षद ने कहा कि एचएसवीपी पानीपत के अधिकारी इस भ्रष्टाचार में शामिल अपने अधिकारियों और दलाल को बचाने की मंशा से गलत जानकारी विजिलेंस को उपलब्ध करवा रहे हैं।

मिलीभगत करके लगभग 30 से 35 करोड़ का घोटाला

उन्होंने कहा कि हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण द्वारा 16 जुलाई 2015 में तत्कालीन मुख्य प्रशासक एके सिंह और पानीपत के प्रसिद्ध दलाल नवीन जिंदल द्वारा मिलीभगत करके सरकार को लगभग 30 से 35 करोड़ का घोटाला किया गया। इससे पूर्व इसी दलाल द्वारा तत्कालीन कमिश्नर हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण एके सिंह के साथ मिलीभगत करके 6 प्लाट कमला देवी प्लॉट नंबर 733 पी 232 ए, प्रताप मलिक प्लॉट नंबर 1061, मलिक जगबीर मलिक 1413 जय भगवान नंबर 1412 केला देवी प्लॉट नंबर 975 568 बलविंदर सिंह 568 बी गलत तरीके से अलॉट करवाए थे।

मिली भगत के तहत गलत तरीके से ड्रा निकलवाया गया था

इन दोनों मामलों की शिकायत उनके द्वारा प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, मुख्य प्रशासक, प्रशासक को की थी, जिसमें कमला रानी आदि की जांच में पाया गया था कि उपरोक्त ड्रा में भारी अनियमितता बरती गई है। जिसमें मुख्य प्रशासक बालाजी जोशी द्वारा ड्रा किए गए अलॉट प्लाटों को रद्द करने के लिए शो कॉज नोटिस जारी किया गया। उन्होंने कहा कि रतन सिंह, हुकुमी ,रामचंद्र ,कृष्ण, हरिचंद्र, नफे सिंह, सतवीर सिंह, धूप सिंह के ड्रा द्वारा निकाले गए प्लाट भी तत्कालीन मुख्य प्रशासक एके सिंह द्वारा इसी डीलर नवीन जिंदल को मिली भगत के तहत गलत तरीके से ड्रा निकलवाया गया था।

ड्रा में भी किसी किसान ने जिनके प्लाट अलाट होने थे भाग नहीं लिया

इसमें भी सबसे बड़ी हैरानी की बात तो यह थी कि इस ड्रा में भी किसी किसान ने जिनके प्लाट अलाट होने थे भाग नहीं लिया, बल्कि नवीन जिंदल और उसके रिश्तेदार ने ड्रा में पर्ची निकाली थी और एक प्लाट तो ऐसा है की एक ही परिवार के दो लोग अलग अलग से प्लाट ले गए। यह सभी प्लाट सेक्टर 18 और 24 के लिए निकाले गए थे, लेकिन उपरोक्त डीलर द्वारा मुख्य प्रशासक एके सिंह से मिलीभगत करके सेक्टर 12 में करवा कर लगभग 50 करोड़ का घोटाला किया है। उन्होंने कहा कि मुख्य प्रशासक अजीत बालाजी जोशी ईमानदार आईएएस अधिकारी हैं और उन्हीं के कारण इस इतने बड़े भ्रष्टाचार पर चोट की जा सकी है।

मिलीभगत करके कैंसिल होने वाले प्लाटों को ट्रांसफर करने की फिराक में

उन्होंने मुख्य प्रशासन से मांग करते हुए कहा कि 2019 के जिन प्लाटों को रद्द किया गया है। उनकी पटकथा 16-7-15 में आईएस ए के सिंह और नवीन जिंदल दलाल द्वारा लिखी जा चुकी थी मुख्य प्रशासन द्वारा शो कॉज नोटिस जारी कर  कमला रानी आदि के प्लाटों को कैंसिल करने के आदेश दिए गए हैं, लेकिन स्थानीय हुड्डा विभाग के अधिकारी दलालों से मिलीभगत करके कैंसिल होने वाले प्लाटों को ट्रांसफर करने की फिराक में है। उन्होंने कहा कि मुख्य प्रशासक हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण 2019 के ड्रा के साथ-साथ 2015 वाले ड्रा को भी तत्काल प्रभाव से रद्द करने के आदेश दें और इन प्लाटों के ट्रांसफर तुरंत प्रभाव से रोक लगाई जाए ताकि इस करोड़ों के घोटाले को रोका जा सके।