पानीपत। डॉ.एमकेके आर्य मॉडल स्कूल में सोमवार को ‘राखी निर्माण क्रियाकलाप’ का आयोजन किया गया। इस क्रियाकलाप के दौरान कक्षा पहली से तीसरी तक के सभी विद्यार्थियों ने अपनी सृजनात्मकता से अपनी रचनात्मक कला का प्रदर्शन किया। रक्षा बंधन भाइयों और बहनों के बीच स्नेह का पवित्र बंधन है। पौराणिक काल से ही बहनें अपने भाइयों की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधती है और भाई उनकी रक्षा करने का संकल्प लेते हैं। इसी स्नेह की भावना को आत्मसात करने के लिए विद्यार्थियों ने सक्रिय रूप से राखी निर्माण क्रियाकलाप में भाग लिया।
क्रियाकलाप बहुत ही उत्साहवर्धक रहा
छात्रों ने शिल्प सामग्री और अपशिष्ट सामग्री जैसे- बिंदी, दर्पण, चमक, धागे, रिबन, स्टिकर, मोती आदि का उपयोग करके अपनी सुंदर और रचनात्मक राखियों से अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। इस क्रियाकलाप का उद्देश्य बच्चों में संज्ञानात्मक क्षमता, महत्वपूर्ण सोच, स्थानिक और शारीरिक गतिज कौशल को बढ़ाना था। यह क्रियाकलाप अध्यापिकाओं द्वारा कक्षा-कक्ष में करवाया गया। यह क्रियाकलाप बहुत ही उत्साहवर्धक रहा। इस क्रियाकलाप ने विद्यार्थियों की रचनात्मक उत्कृष्टता को बढ़ावा देने के लिए प्रेरित किया।
बौद्धिक विकास के लिए इस प्रकार के क्रियाकलाप होने चाहिए
उत्साह और मस्ती से भरपूर इस क्रियाकलाप में सभी विद्यार्थियों की उत्साहजनक भागीदारी देखने योग्य थी। विद्यालय के निर्देशक रोशन लाल सैनी, प्राचार्य मधुप परासर, शैक्षिक सलाहकार मंजू सेतिया व मीरा मारवाह ने कहा कि बच्चों के बौद्धिक विकास के लिए इस प्रकार के क्रियाकलाप होने चाहिए। रक्षा बंधन एक दूसरे की मदद करने की प्रतिबद्धता का त्योहार है। इस त्योहार का आध्यात्मिक महत्व यह है कि हमें विचारों, भावों और कार्यों में पवित्रता का जीवन जीना चाहिए। उन्होंने सभी छात्रों को रक्षा बंधन की शुभकामनाएं दीं।