पानीपत। डॉ एमकेके आर्य मॉडल स्कूल में आज दिनांक 21 जुलाई 2022 को ‘क्या धर्म निरपेक्षता का अर्थ- समान नागरिक संहिता’ विषय पर कक्षा दसवीं ‘ब’ के विद्यार्थियों द्वारा’ एक कार्यक्रम आयोजन किया गया जिसमें विद्यार्थियों का मार्गदर्शन कक्षा अध्यापिका निशा शर्मा ने किया। कार्यक्रम का आरंभ प्रार्थना गीत व गायत्री मंत्रोउच्चारण द्वारा किया गया। सर्वप्रथम कक्षा के विद्यार्थी अरमान द्वारा सुबह के ताजा समाचारों का वाचन किया। मंच का संचालन मन्नत, यश्वनी, कार्तिक, उत्सव द्वारा किया गया।
सभी के समान होने पर वोट बैंक और ध्रुवीकरण की राजनीति पर लगाम लगेगी
कक्षा के विद्यार्थी कार्तिक, उत्सव, मन्नत द्वारा अपने विषय क्या धर्म निरपेक्ष का अर्थ समान नागरिक संहिता है?पर विचार प्रस्तुत करते हुए कहा कि समान नागरिक संहिता का अर्थ धर्म और वर्ग से ऊपर उठकर पूरे देश में एक समान कानून लागू करना और यह लागू होने से पूरे देश में शादी, तलाक, उत्तराधिकार और गोद लेने जैसे सामाजिक मुद्दे सभी एक समान कानून के अंतर्गत आ जाते हैं जिसमें धर्म के आधार पर अलग कोर्ट की व्यवस्था नहीं होती और सभी धर्मों को अपनी मुश्किलों से राहत मिलेगी। सभी के समान होने पर वोट बैंक और ध्रुवीकरण की राजनीति पर लगाम लगेगी।
लघु नाटिका का प्रस्तुतीकरण किया
तत्पश्चात कार्यक्रम में राहुल, प्रज्ञा, भाविका द्वारा इस विषय पर अपनी-अपनी कविता का वाचन कर सभी को अचंभित कर दिया। खुशी, सार्थक, नमन, एकता ने भी विषय पर महत्वपूर्ण और ज्ञानवर्धक जानकारियाँ दी। धर्मनिरपेक्षता व समान नागरिक संहिता पर कक्षा के विद्यार्थियों द्वारा महत्वपूर्ण तत्वों से परिपूर्ण चलचित्र दिखाया गया। इसके साथ ही इस विषय पर एक लघु नाटिका का प्रस्तुतीकरण किया गया जो बहुत रोचक थी। दसवीं ‘ब’ के कुछ विद्यार्थियों द्वारा विषय से संबंधित आकर्षक नृत्य प्रस्तुत कर सभी को थिरकने पर मजबूर कर दिया। इसके उपरांत खुशी और स्नेहा ने विषय से संबंधित प्रश्नोत्तरी भी प्रस्तुत की जिसमें उत्तर देने के लिए दसवीं के सभी वर्गों के छात्रों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया।
हमारा देश विश्व का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश
कार्यक्रम के समापन पर विद्यालय के निदेशक आरएल सैनी जी ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि भारत देश में विभिन्न धर्मों, संप्रदायों और जातियों व भाषाओं के लोग रहते हैं। उनके रीति-रिवाज, मान्यताएँ, धार्मिक आचरण आदि में विभिन्नता पाई जाती है। हमारा देश विश्व का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है। यहाँ अब तक अनेक लोकतंत्र व निष्पक्ष आम चुनाव हो चुके हैं। आज भारत को स्वतंत्र हुए 75 साल हो गए। परंतु देश की एक विडंबना है कि आज भी नागरिकों में आचार संहिता का अभाव है। इस भावना को सभी नागरिकों में प्रसारित करना होगा। इस कार्यक्रम में विद्यालय के प्रधानाचार्य मधुप पराशर, शैक्षिक सलाहकार मंजू सेतिया और विद्यालय की गतिविधि प्रभारी मीरा मारवाह उपस्थित रहे तथा बच्चों का उत्साहवर्धन किया।