श्रेष्ठ नायक बनें विषय पर ज्ञानवर्धक कार्यक्रम का आयोजन

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Panipat News/Organizing an informative program on the topic Be the best hero
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आज समाज डिजिटल, पानीपत :
पानीपत। डॉ. एमकेके आर्य मॉडल स्कूल में कक्षा-चौथी ‘ए’ के छात्रों द्वारा ‘श्रेष्ठ नायक बनें’ विषय पर ज्ञानवर्धक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में विद्यार्थियों का मार्गदर्शन कक्षा अध्यापिका चंदन ज्योति द्वारा किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ प्रार्थना और गायत्री मंत्रों का उच्चारण से किया गया। मंच का संचालन नक्ष और टिशा ने किया। इसके उपरांत गर्वित ने आजकल की घटनाओं को समाचार के रूप में प्रस्तुत किया। टिशा अरोड़ा, आरव गौतम, यशस्वी, सिद्धार्थ , पलक, पार्थ, नव्या, अंश चौपड़ा, भुवन और तन्वी ने विषय से संबंधित भाषणों द्वारा अपने विचार प्रस्तुत करते हुए कहा कि – एक अच्छा नायक सच्चा, दूरदर्शी, सामयिक, और पारदर्शी होता है। उसके पास एक लक्ष्य, बलिदान की भावना, नेतृत्व इत्यादि अनेक गुण निहित होते है। वह अपने उत्तम कार्यों से लोगों के समक्ष एक आदर्श के रूप में प्रस्तुत होता है और युगों- युगों तक  देश , समाज और विश्व की स्मृतियों में रहता है जिससे श्रेष्ठ नायक कहलाता है।

श्रेष्ठ नायक के अंदर अपनी एक अलग सोच होती है

एक अच्छे नायक का मतलब है- “एक बेहतर नेतृत्व”। श्रेष्ठ नायक के पास अपना एक लक्ष्य होता है और वो लक्ष्य देश हित, उधोग-जगत या समाज के कल्याण के लिए होता है। हम सभी के अंदर कहीं न कहीं एक नायक होता है, पर जो अपने अंदर के इस गुण को पहचान कर एक लक्ष्य के तहत आगे बढ़ता है वही सफल होता है। एक श्रेष्ठ नायक के अंदर अपनी एक अलग सोच होती है। उसके अन्दर लोगों को अपनी ओर आकर्षित करने का विशेष गुण होता है। श्रेष्ठ नायक में अंतर्दृष्टि व दूरदृष्टि जैसे गुण होते है।

भविष्य के बारे में भी अपनी सोच को रखना चाहिए

एक नायक को वर्तमान के साथ-साथ भविष्य के बारे में भी अपनी सोच को रखना चाहिए। भविष्य में क्या होगा उसकी योजना तैयार करने की क्षमता और कोई समस्या आये तो उस समस्या का कारण और उसका समाधान पहले ही सोच लेने की क्षमता होती है। नव्या, लक्षित, रणवीर सिंह , हरिजोत, और अनमोल ने विषय से संबंधित अपनी कविताओं के द्वारा सबको मंत्रमुग्ध कर दिया। कक्षा के विद्यार्थियों ने सामूहिक गान व नृत्य प्रस्तुत कर सभी का मन मोह लिया। नक्ष और नव्या ने प्रश्नोत्तरी प्रस्तुत की।

एक अच्छा और आदर्श नायक बनना आसान नहीं

विद्यालय के प्राचार्य मधुप परासर ने विद्यार्थियों की प्रशंसा करते हुए उनका उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि एक अच्छा और आदर्श नायक बनना आसान नहीं है, पर कोई भी नायक दूसरों से कुछ अलग अपनी आतंरिक विशेषताओं को अपना कर एक आदर्श नायक का परिचय दे सकता है। वे कुशल बुद्धि और कड़ी मेहनत से लक्ष्यों को प्राप्त करते  है और वो एक आदर्श नायक के रूप में लोगों के लिए मार्गदर्शक बनते हैं। विद्यालय की शैक्षिक सलाहकार मंजू सेतिया ने इस प्रकार के क्रियाकलापों में सभी विद्यार्थियों को बढ़-चढ़कर भाग लेने के लिए प्रेरित किया और उनके आत्मविश्वास को बढ़ाया।