Aaj Samaj (आज समाज),IB PG College, पानीपत: आईबी पीजी कॉलेज में हिंदी विभाग के तत्वावधान में बीएप्रथम वर्ष के विद्यार्थियों के लिए “वर्तमान सन्दर्भ में भक्ति काल की प्रासंगिकता” विषय पर संगोष्ठी का आयोजन डॉ. पूजा के मार्गदर्शन में किया गया। इस संगोष्ठी में 30 विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। इस अवसर पर प्राचार्य डॉ. अजय कुमार गर्ग ने कहा कि आज लगभग हर क्षेत्र में भ्रष्टाचार फैल रहा है। हर एक व्यक्ति में अधिक संपत्ति प्राप्त करने की लालसा है। दुनियाभर में मची मारकाट और हिंसा के मूल में लोभ हैं। बड़े से बड़ा युद्ध लालच से ही पैदा होता है। भक्ति साहित्य समाज में आपसी भाई-चारा, प्रेम, घर इन सब के प्रति संवेदनशील बनाएगा। यह आधुनिक युग में संदेश देने वाला साहित्य है।
भगवान की दृष्टि में कोई भेदभाव नहीं
हिंदी विभागाध्यक्षा डॉ. शशि प्रभा ने कहा कि सन्त काव्य परम्परा राम राम कृष्ण भक्ति कवियों में भक्ति के क्षेत्र में नई क्रांति पैदा की है तथा ब्राह्मण, क्षत्रिय, शूद्र सभी वर्गों को समान माना है। उन्होंने यह स्पष्ट किया था कि भगवान की दृष्टि में वर्ण, जाति, कुल, गोत्र आदि में कोई भेदभाव नहीं है। तुलसी ने रामचरितमानस में मानव जीवन का जो आदर्श जगत के सम्मुख रखा है वह भी व्यवहार में ढालने की वस्तु है। अतः सामाजिक संतुलन एवं एकता के लिए इस प्रेम की अत्यंत आवश्यकता है।
प्रतियोगिता में कोमल प्रथम
इस प्रतियोगिता में कोमल ने प्रथम स्थान, वंशिका ने द्वितीय, दित्या ने तृतीय व नेहा ने सांत्वना पुरस्कार प्राप्त किया। इस प्रतियोगिता में विजेता विद्यार्थियों को प्रशस्ति पत्र प्रदान किए। निर्णायक मंडल की भूमिका डॉ. शशि प्रभा व डॉ. सुनीता ढांडा ने निभाई। संचालन डॉ. पूजा ने किया। इस अवसर पर डॉ. निर्मला, डॉ. रेखा व प्रो. रितु मौजूद रहे।