पानीपत। आर्य कॉलेज में शुक्रवार को पीजी डिपार्ट्मन्ट ऑफ इकोनॉमिक्स और आई क्यू ए सी के संयुक्त तत्वावधान में एक दिवसीय नेशनल वर्कशॉप का आयोजन कराया गया। वर्कशॉप का विषय “द आर्ट एंड साइंस ऑफ़ राइटिंग एंड पब्लिशिंग रिसर्च पेपर्स“ रहा। वर्कशॉप में मुख्य वक्ता के तौर पर डॉ. सुमंजीत सिंह एसोसिएट प्रो.रामजस कॉलेज, दिल्ली यूनिवर्सिटी ने शिरकत की।
कार्यशाला से शिक्षकों में नई-नई रिसर्च करने प्रेरणा बढ़ती है
कॉलेज प्राचार्य डॉ. जगदीश गुप्ता ने मुख्य अतिथि का कॉलेज प्रांगण में पहुँचने पर पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया। प्राचार्य ने इस वर्कशॉप के सफल आयोजन के लिए संयोजक और इकोनॉमिक्स विभागाध्यक्ष प्रो.सतवीर सिंह, सह संयोजक प्रो. रमेश शिंगला, आयोजन सचिव डॉ. रजनी शर्मा सहित अन्य स्टाफ सदस्यों को बधाई दी। साथ ही उन्होंने कहा कि समय-समय पर इस तरह की कार्यशाला से शिक्षकों में नई-नई रिसर्च करने प्रेरणा बढ़ती है।
बताया कि कैसे समस्याओं को दूर किया जा सकता है
मुख्य वक्ता डॉ. सुमंजीत सिंह ने बताया कि आज के समय मे बहुत से ऐसे स्कालर है जिन्हे अपने रिसर्च पेपर सबमिट करवाते समय काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। साथ ही उन्होंने बताया कि कैसे उन समस्याओं को दूर किया जा सकता है। साथ ही उन्होंने जर्नल कैसे लिखें, साहित्य समीक्षा, साहित्यिक और कागज लेखन की नैतिकता, शोध पत्रों की अस्वीकृति के प्रमुख कारण, पाठकों से जुड़ना, संपादक/पाठक के दृष्टिकोण को समझना आदि विषयों के बारे में भी विस्तार से बताया। मंच संचालन प्रो. अंजू मालिक ने किया। इस मौके पर आर्य कॉलेज के शिक्षकों के साथ साथ एसडी पीजी कॉलेज, दीनबंधु दास गुप्ता कॉलेज, पीकेजी ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस पानीपत, गवर्नमेंट कॉलेज फॉर विमेन मडलौडा से भी अनेक शिक्षक मौजूद रहे।