आज समाज डिजिटल, पानीपत :
पानीपत। रविवार सुबह दिल्ली के शीश गंज गुरुद्वारे से चलकर पानीपत सीमा में प्रवेश करने पर पालकी की उपायुक्त सुशील सारवान ने अगुवाई की और गुरु ग्रंथ साहिब के समक्ष मत्था टेका। यह पालकी इससे पूर्व लोनी बॉर्डर पहुंची, वहां से बागपत, बहालगढ़ होते हुए पानीपत की सीमा में पहुंची। पानीपत में पहुंचने पर गांव पट्टी कल्याणा के पास उपायुक्त सुशील सारवान ने पालकी की अगुवाई की और गुरुग्रंथ साहिब के समक्ष मत्था टेका।
संगत ने उपायुक्त सुशील सारवान को सिरोपा भेंट कर उनका सम्मान किया
पालकी के साथ चल रही संगत ने उपायुक्त सुशील सारवान को सिरोपा भेंट कर उनका सम्मान किया। रात्रि में पालकी का तरावड़ी में विश्राम रहेगा। उपायुक्त ने कहा कि हम गुरुओं के दिखाए रास्ते पर चलना चाहिए और समाज को एक सूत्र में पिरोकर रखना चाहिए। गुरु तेग बहादुर जी को दिल्ली के चांदनी चौक में हुई शहादत के बाद उनके शीश को लेकर भाई जैता सिंह आनंदपुर साहिब तक लेकर गए थे। भाई जैंता सिंह को रंगरेटा गुरु का बेटा के खिताब से नवाजा गया था। भाई जैंता सिंह गुरु तेगबहादुर के शीश को दिल्ली से लेकर जिस रास्ते से आनंदपुर साहिब तक गए थे, उसी रास्ते से होती हुई पालकी अनादपुर साहिब पहुंचेगी।