पानीपत। एसडी पीजी कॉलेज पानीपत में राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर एक दिवसीय सेमीनार का आयोजन किया गया जिसमें बतौर मुख्य वक्ता डॉ सुशीला बेनीवाल विभागाध्यक्षा ने शिरकत की और युवा छात्र-छात्राओं को राष्ट्रीय खेल दिवस और खेलों के महत्व पर व्याख्यान दिया। सेमीनार का उदघाटन प्राचार्य डॉ अनुपम अरोड़ा ने किया।
इस वर्ष का थीम है ‘शांतिपूर्ण और समावेशी समाजों के संवर्धन के लिए खेल’
वर्ष 2024 के राष्ट्रीय खेल दिवस का का थीम ‘शांतिपूर्ण और समावेशी समाजों के संवर्धन के लिए खेल’ है और यह थीम सभी नागरिकों को अपने जीवन में खेल भावना, टीम वर्क और निष्पक्ष खेल के मूल्यों को अपनाने के लिए प्रेरित करती है जिससे एक शांतिपूर्ण और समावेशी समाज का निर्माण हो सके। इस अवसर पर सभी विद्यार्थियों को मोबाइल से हटकर कुछ समय खेलों को देने बारे शपथ भी दिलाई गई। डॉ अनुपम अरोड़ा ने कहा कि आधुनिक समय में मोबाइल ने इंसान का बेडागर्क भी किया है। छोटे-छोटे बच्चों को भी ह्रदय, कैंसर एवं अवसाद जैसी बीमारियां घेरने लगी है जो बड़ी चिंता का कारण है। बच्चों को मोबाइल पर ज्यादा समय व्यतीत करने की बजाय खेलों या फिजिकल एक्टिविटीज़ में हिस्सा लेना चाहिए इसके पीछे फ़ास्ट फ़ूड की आदत और शारीरिक क्रियाओं को न करना जैसे कारण है। डॉ सुशीला बेनीवाल ने ध्यानचंद सिंह के जीवन, उपलब्धियों एवं उनको मिले अवार्ड्स व सम्मान के बारे में बताया। इस अवसर पर स्टाफ सदस्यों में डॉ मुकेश पुनिया, डॉ एसके वर्मा, डॉ अन्नू आहूजा, डॉ राकेश गर्ग, डॉ पवन कुमार आदि उपस्थित रहे।