आज समाज डिजिटल, पानीपत :
पानीपत। आर्य स्नातकोत्तर महाविद्यालय में आज आर्य समाज बड़ा बाजार, पानीपत के तत्वावधान में “शाकाहारी भोजन व नशीले पदार्थों के व्यसन के घातक परिणाम” विषय पर एक दिवसीय व्याख्यान का आयोजन करवाया गया। व्याख्यान में मुख्य वक्ता के तौर पर आगरा से आचार्य हरिशंकर अग्निहोत्री ने शिरकत की। मुख्य वक्ता के महाविद्यालय प्रांगण पहुंचने पर आर्य समाज बड़ा बाजार, पानीपत के प्रधान अजय गर्ग व महाविद्यालय प्रबंधन समिति द्वारा स्वागत कर पटका भेंट किया गया।
नशीले पदार्थों से होने वाले नुकसान के बारे में अवगत करवाया
मुख्य वक्ता आचार्य हरिशंकर अग्निहोत्री द्वारा स्वामी श्रद्धानंद के जीवन एवं व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला गया। स्वामी जी द्वारा दिखाए गए पदचिन्हों पर चलने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि हमें अपने जीवन में शाकाहारी भोजन करना चाहिए, नशीले पदार्थों का सेवन जीवन में शारीरिक, मानसिक, पारिवारिक एवं आर्थिक हानि पैदा करता है। इसीलिए सात्विक जीवन जीते हुए शाकाहारी भोजन को जीवन में मुख्य स्थान देना चाहिए। शाकाहारी भोजन से तन और मन दोनों स्वस्थ रहते हैं। उन्होंने गहनता से नशीले पदार्थों से होने वाले नुकसान के बारे में सभा कक्ष में बैठे सभी को अवगत करवाया।
शाकाहारी रहकर अपने शरीर को बीमारियों से बचा सकते हैं
उन्होंने बताया कि किस तरह से शाकाहारी रहकर हम दीर्घायु तो रह ही सकते हैं साथ ही हमारे चरित्र और मन में भी सकारात्मक बदलाव आता है। उन्होंने बताया कि किस तरह से शाकाहारी आहार हमारे शरीर का निर्माण करता है। भारत देश विभिन्न ऋतुओं का देश है, हम अपनी दिनचर्या योग व प्राणायाम से शुरू कर सकते हैं। आर्य समाज बड़ा बाजार पानीपत के प्रधान, अजय गर्ग ने आचार्य हरिशंकर अग्निहोत्री का आभार एवं धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि आज के बदलते परिवेश में हम शाकाहारी रहकर अपने शरीर को बीमारियों से बचा सकते हैं।
दर्शकों ने जमकर प्रशंसा की
व्याख्यान के दौरान आर्य गर्ल्स पब्लिक स्कूल, पानीपत से छात्राओं ने स्वामी श्रद्धानंद के जीवन और आदर्शों पर भजन प्रस्तुत किया। जिसकी सभी दर्शकों ने जमकर प्रशंसा की। महाविद्यालय के एनएसएस के विद्यार्थियों ने भी व्याख्यान कार्यक्रम को अनुशासनबद्ध रूप से संपन्न कराने में अपना योगदान दिया। मंच संचालन हिंदी विभाग से प्राध्यापक विजय सिंह ने किया। इस अवसर पर डॉ.मनीषा डुडेजा, हैड क्लर्क विनीत गर्ग, मामनी सैनी, वीनु भाटिया प्रो.पंकज चौधरी, प्रो.अंकुर मितल, प्रो.दिनेश गाहल्याण, विकास काठपाल, चित्रांश, अतुल त्यागी, शशी रोहिला,समेत अन्य स्टाफ सदस्य मौजूद रहे।