पानीपत। आईबी पीजी महाविद्यालय में एनएसएस यूनिट और एनसीसी यूनिट द्वारा एक दिवसीय कैंप लगाया गया, जिसका थीम था “स्वच्छता के दो रंग” इस एक दिवसीय कैंप के मुख्य अतिथि नगर निगम से अजीत तिवारी जी रहे। जिन्होंने स्वयंसेवकों और कैडेट्स को समझाया कि हरे रंग का मतलब गीला कचरा और नीले रंग का मतलब सूखा कचरा है और यह बताया गया कि हमें सूखा कचरा और गीला कचरा अलग-अलग डस्टबिन में डालना चाहिए। ऐसा करके हम अपने भारत देश को स्वच्छ बना सकते हैं।
स्वच्छ भारत हम सब का एक लक्ष्य होना चाहिए
प्राचार्य डॉ अजय कुमार गर्ग ने कहा कि स्वच्छ भारत हम सब का एक लक्ष्य होना चाहिए। हमें जहां कहीं भी कूड़ा कचरा दिखाई दे उसे उठाकर हमें डस्टबिन में डाल देना चाहिए। इससे हम अपने भारत देश को अनेक बीमारियों से बचा सकते हैं। इसके बाद स्वयं सेवकों और कैडेट्स को यह शपथ दिलाई गई कि उन्हें अपने घर में भी गीला और सूखा कचरा अलग-अलग डस्टबिन में इकट्ठा करना चाहिए ताकि घर के सदस्यों को भी अनेक बीमारियों से बचा सकते हैं। इसके पश्चात कॉलेज प्रांगण और बाजार में भी स्वच्छता अभियान चलाया गया जिसमें स्वयंसेवकों और कैडेट्स ने सड़क के रास्ते से व्यर्थ 60 किलोग्राम प्लास्टिक इकट्ठी की और उस व्यर्थ को नगर निगम को सौंप दी।
स्वयं सेवकों और कैडेट्स द्वारा स्वच्छता अभियान पर रैली निकाली गई
स्वच्छता अभियान के बाद कॉलेज प्रांगण और बाजार में स्वयं सेवकों और कैडेट्स द्वारा स्वच्छता अभियान पर रैली निकाली गई, जिसमें विभिन्न तरह के नारे लगाए गए “अलग करो अलग करो गीला सूखा कचरा अलग करो”, “हम सब ने यह ठाना है भारत देश को स्वच्छ बनाना है”। एनएसएस यूनिट के संयोजक डॉ जोगेश जी ने कहा कि प्लास्टिक का ज्यादा इस्तेमाल करने से अकेडमी मोर पारा जैसे हानिकारक रसायन का सीधा प्रभाव हमारे शरीर पर पड़ता है इनके प्रभाव से कैंसर जन्मजात विकलांगता और बचपन में बच्चों का विकास नकारात्मक ढंग से प्रभावित हो सकता है। इस एक दिवसीय कैंप को सफल बनाने में नगर निगम से सेनेटरी इंस्पेक्टर रिंकू शर्मा, विकास नरवाल, एसबीएम डिपार्टमेंट से कविता कादयान, सुनील जी और रूद्र वेलफेयर सोसाइटी से पंकज शर्मा, आई बी कॉलेज के प्रोफेसर नीतू और रितु ने पूरा सहयोग दिया।