आज समाज डिजिटल, पानीपत :
पानीपत। मंगलवार को राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान पानीपत में मेधा फाउंडेशन एवं विभाग द्वारा ड्यूल सिस्टम ऑफ ट्रेनिंग के ट्रेनर्स की ऑन जॉब ट्रेनिंग की महत्ता पर मीटिंग संपन्न हुई। इस मीटिंग में स्किल गैप को कम करने के उद्देश्य से विभाग द्वारा 2018 से दोहरी शिक्षा नीति के तहत विभिन्न ट्रेडों का एमओयू विभिन्न इंडस्ट्रीज के साथ किया जा रहा है। सत्र 2022 में कारपेंटर, शीट मेटल वर्कर, वेल्डर, टर्नर, फिटर, इलेक्ट्रिशियन, मैकेनिक मोटर व्हीकल एवं लैब असिस्टेंट एंड केमिकल प्लांट का डीएसटी हरियाणा रोडवेज व फ्रेंड्स इंजीनियरिंग तथा भारत टेस्ट लैब से हुआ है डीएसटी ट्रेड अनुदेशकों ने ओन जॉब ट्रेनिंग पर जाने पर होने वाली दिक्कतों के बारे में विचार विमर्श किया।
पीपीटी द्वारा निवारण करने का तरीका बताया
जैसे टाइमिंग, प्रैक्टिकल वर्क व अभिभावकों की सहमति का खुलासा किया। जिसका विभाग से आए अधिकारी अमन मनोचा सीनियर मैनेजर व मेधा फाउंडेशन से आए धीरज कुमार द्वारा पीपीटी द्वारा उनका निवारण करने का तरीका बताया गया। छात्रों को ऑन जॉब ट्रेनिंग पर जाने से पहले डीएसटी के अनुदेशकों द्वारा आईटीआई एवं इंडस्ट्री में दी जाने वाली ट्रेनिंग की महत्ता व जागरूकता के लिए संबोधन करेंगे। मीटिंग के अंत में सभी अनुदेशक द्वारा दिए गए गूगल लिंक पर अपनी अपनी फीडबैक भरते हुए धन्यवाद किया और इस प्रकार के कार्यक्रम की सराहना की।
छात्र नई तकनीक व उनकी कार्यप्रणालियों से रूबरू रहे
इस दौरान मीटिंग में रंजना शर्मा वरिष्ठ वर्ग अनुदेशिका, दिलबाग सिंह, संदीप, नरेंद्र गुलिया, नीलम, सीमा, भारत भूषण, नरेंद्र, जितेंद्र व प्रवीण मुख्य रूप से मौजूद रहे। इस मौके पर संस्थान के प्रधानाचार्य कम नोडल अधिकारी डॉ कृष्ण कुमार ने बताया कि स्कील गैप कम करने के लिए इस तरह की आन जॉब ट्रेनिंग छात्रों के लिए लाभकारी है और वे चाहते हैं कि लगभग 50 फीसदी ट्रेड का डीएसटी के माध्यम से एमओयू विभिन्न कंपनियों में होना चाहिए, ताकि छात्र नई तकनीक व उनकी कार्यप्रणालियों से रूबरू रहे।
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