(Panipat News) पानीपत। जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर स्वामी का निर्वाण महोत्सव और दीपावली का त्यौहार बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया गया। इस अवसर पर विशेष रूप से श्री दिगंबर जैन बड़ा मंदिर जैन मोहल्ला के साथ साथ पानीपत के सभी सातों दिगंबर जैन मंदिरों में भगवान महावीर के मोक्ष कल्याणक की विशेष पूजा अर्चना की गई तत्पश्चात सभी ने निर्वाण कांड का पाठ करके भगवान के श्री चरणों में निर्वाण लाडू समर्पित किया।
निर्वाण महोत्सव के साथ-साथ वीर संवत् 2550 का भी आज समापन हुआ। वीर संवत 2550 को अहिंसा वर्ष के रूप में मनाया जा रहा था राष्ट्रीय स्तर पर इस वर्ष को मनाया गया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस महोत्सव अहिंसा वर्ष की शुरुआत की गई थी जिसका आज समापन बड़े ही धूमधाम के साथ हुआ। कल से वीर सवंत् 2551 की शुरुआत होगी और जैन धर्म में नव वर्ष के रूप में इसको मनाया जाएगा। जानकारी देते हुए अधिवक्ता मेहुल जैन ने बताया कि जैन धर्म में दीपावली का विशेष महत्व है क्योंकि इसी दिन भगवान महावीर को मोक्ष की प्राप्ति हुई थी और तत्पश्चात संध्या की बेला में भगवान महावीर के प्रथम गणधर श्री गौतम स्वामी जी को केवलज्ञान की प्राप्ति हुई थी।
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