बोर्ड से हुई शुरू हुई प्रदर्शनी में फलेक्स-कटआउट के बाद थ्री-डी मॉडल्स
पहले अवतार दर्शन कहा जाता था और वर्ष 1972 से निरंकारी प्रदर्शनी
माता सुदीक्षा 13 नवम्बर शाम को करेंगी प्रदर्शनी का शुभारम्भ
आज समाज डिजिटल, पानीपत :
पानीपत। रूहानियत में इन्सानियत विषय को लेकर 16 नवम्बर से होने वाले 75वें निरंकारी संत समागम को लेकर तैयारियां अंतिम चरण में हैं। वहीं समागम में मुख्य आकर्षण का केन्द्र निरंकारी प्रदर्शनी भी निरंकारी मिशन के 75 वर्षों पर आधारित रहेगी। वर्षों पहले फोटो, बोर्ड से शुरू हुई प्रदर्शनी फलेक्स, कटआउट और अब थ्री-डी मॉडल मुख्य आकर्षण का केन्द्र होंगे। सद्गुरू माता सुदीक्षा महाराज 13 नवम्बर की शाम को प्रदर्शनी का शुभारम्भ करेंगी।
निरंकारी प्रदर्शनी भी समागम को मुख्य आकर्षण रहेगी
उल्लेखनीय है कि जीटी रोड, भोड़वाल माजरी स्थित निरंकारी आध्यात्मिक स्थल पर 16-20 नवम्बर तक 75वां वार्षिक निरंकारी समागम होने जा रहा है। इसको लेकर तैयारियां जोरशोर से की जा रही है। हजारों श्रद्धालु प्रतिदिन समागम स्थल पर पहुंच रहे हैं। पूरे समागम स्थल को लाईटिंग से सजाया गया है। जगह-जगह स्वागत द्वारा बनाए जा रहे हैं। इसके साथ ही निरंकारी प्रदर्शनी भी समागम को मुख्य आकर्षण रहेगी। प्रदर्शनी में निरंकारी मिशन के प्रचार प्रसार के बारे में बतायाा गया है। किस तरह से शुरूआती वर्षों में जुलुस, प्रभात फेरी आदि के माध्यम से निरंकारी मिशन को आमजन तक पहुंचाया गया।
75 साल का इतिहास बताएगी प्रदर्शनी
निरंकारी प्रदर्शनी में इस बार निरंकारी मिशन के 75 वर्ष के इतिहास को विभिन्न मॉडल, चित्रों आदि के साथ प्रदर्शित किया जाएगा। प्रदर्शनी में घूमता हुआ 75 वर्ष का मॉडल भी आकर्षण का केन्द्र होगा। प्रदर्शनी की तैयारियां तकरीबन पूरी हो चुकी हैं और माता सुदीक्षा 13 नवम्बर को इसका शुभारम्भ करेंगी।
फोटो- बोर्ड से फलेक्स और अब थ्री-डी तक का सफर
दर्शनी प्रबंधक कुलदीप सिंह ने बताया कि 53 साल से वो प्रदर्शनी के प्रबंधन का कार्य देख रहे हैं। प्रदर्शनी में बनाए निरंकारी मिशन के प्रचार प्रसार को लेकर थ्री-डी मॉडल बनाए गए हैं। वर्षों पहले जब प्रदर्शनी की शुरूआत फोटो से हुई थी और उसके बाद फोटो और बोर्ड प्रदर्शनी का हिस्सा बने। लेकिन समय के साथ उन्नत होती तकनीक के चलते फलेक्स, कट आउट और अब थ्री-डी मॉडल्स प्रदर्शनी का हिस्सा हैं।
अवतार दर्शन से निरंकारी प्रदर्शनी का सफर
निरंकारी प्रदर्शनी वर्ष 1972 में बाबा गुरबचन सिंह के आदेश पर शुरू किया गया था। उससे पहले इसे अवतार दर्शन के नाम से जाना जाता था। बाबा गुरबचन सिंह चाहते थे कि बच्चों और युवाओं को भी निरंकारी मिशन के बारे में पता चले। वर्ष 1972 में निरंकारी प्रदर्शनी शुरू हुई। पहले यह 15 गुणा 30 फीट के कमरे में लगती थी। समय के साथ ही इसका विस्तार होता गया और इस बार प्रदर्शनी का एरिया 300 गुणा 800 फीट है।
ये होगा आकर्षण
प्रदर्शनी में थ्री-डी मॉडल्स बहुतयात होंगे। इनमें एक मॉडल में वर्ष 1948- 2022 तक के सफर को काफी आकर्षक रूप से दिखाया गया है। इसके अतिरिक्त मिशन के विभिन्न कार्यक्रम में भाग लेते सेवादार, संगत के मॉडल भी आकर्षक हैं। प्रदर्शनी में 2 थियेटर होंगे जिसमें निरंकारी मिशन के प्रचार-प्रसार को लेकर कार्यक्रम दिखाए जाएंगे। जबकि एसएनसीएफ द्वारा किए जा रहे कार्यों ब्लड डोनेशन, पर्यावरण, स्वच्छता, स्वास्थ्य आदि को लेकर भी विस्तार से प्रदर्शनी में बताया जाएगा। लुधियान से बच्चे यहां पर स्किट के माध्यम से निरंकारी मिशन के इतिहास के बारे में बताएंगे।