Aaj Samaj (आज समाज),Narcotic Banned Injectionपानीपत: एंटी नारकोटिक्स सेल की टीम ने नशीले प्रतिबंधित इंजेक्शनों सहित एक युवक को गिरफ्तार किया। आरोपी के कब्जे से 7 बुप्रेनॉफिन व 7 एविल नशीले प्रतिबंधित इंजेक्शन बरामद हुए। पुलिस टीम ने आरोपी की निशानदेही पर सप्लायर को भी गिरफ्तार किया। एंटी नारकोटिक्स सेल इंचार्ज सब इंस्पेक्टर संदीप ने बताया कि उनकी टीम रविवार को गश्त के दौरान थाना समालखा क्षेत्र के अंतर्गत समालखा अड्डे पर मौजूद थी। टीम को इसी दौरान गुप्त सूचना मिली की संदीप निवासी नारायणा रोड समालखा मनाना मोड़ पर नशीले प्रतिबंधित इंजेक्शन बेचने की फिराक में घूम रहा है।
- निशानदेही पर सप्लायर को भी गिरफ्तार किया
7 बुप्रेनॉफिन व 7 एविल नशीले प्रतिबंधित इंजेक्शन बरामद हुए
पुलिस टीम सूचना को पुख्ता मानकर तुरंत मनाना मोड़ पर पहुंची तो एक युवक पुलिस टीम को देखकर गांव मनाना की और भागने का प्रयास करने लगा। पुलिस टीम ने तत्परता से कार्रवाई करते हुए कुछ कदमों पर ही युवक को काबू कर पूछताछ की तो उसने अपनी पहचान संदीप पुत्र रधबीर निवासी नारायणा रोड समालखा के रूप में बताई। पुलिस टीम ने नियमानुसार ड्यूटी मजिस्ट्रेट तहसीलदार समालखा राहुल राठी की उपस्थिति में आरोपी की तलाशी ली तो पहनी हुई पेंट की जेब से 7 बुप्रेनॉफिन व 7 एविल नशीले प्रतिबंधित इंजेक्शन बरामद हुए।
आरोपी नशे की डोज लेने का आदी
सब इंस्पेक्टर संदीप ने बताया कि आरोपी संदीप के खिलाफ थाना समालखा में एनडीपीएस एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर पूछताछ की तो आरोपी ने बताया कि वह नशे की डोज लेने का आदी है। अपनी नशे की पूर्ति करने व शॉर्टकट तरीके से पैसे कमाने के लिए वह 18 नशीले प्रतिबंधित इंजेक्शन समालखा के बैनीवाल पाना निवासी वीरेंद्र उर्फ बादल से 250 रुपए प्रति इंजेक्शन के हिसाब से खरीद कर लाया था। जिसमें से दो इंजेक्शन उसने खुद लगा लिए बचे इंजेक्शन को बेचने के लिए ग्राहक की फिराक में मनाना मोड़ पर आया था।
सप्लायर वीरेंद्र उर्फ बादल को बेनीवाल पाना से गिरफ्तार
सब इंस्पेक्टर संदीप ने बताया कि पुलिस टीम ने आरोपी संदीप की निशानदेही पर आरोपी सप्लायर वीरेंद्र उर्फ बादल को बेनीवाल पाना से गिरफ्तार किया। पूछताछ में आरोपी वीरेंद्र ने उक्त नशीले प्रतिबंधित इंजेक्शन दिल्ली में अज्ञात युवक से कम कीमत पर खरीदकर साथी आरोपी संदीप को बेचने बारे स्वीकारा। गहनता से पूछताछ करने के बाद पुलिस टीम ने सोमवार को दोनों आरोपियों को न्यायालय में पेश किया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत जेल भेजा गया।