(Panipat News) पानीपत। मुझे नजरबंद करना प्रशासन की नाकामी दर्शाता है, यह बात जोगेंद्र स्वामी पूर्व जिला पार्षद ने प्रेस को जारी विज्ञप्ति में कहीं। उन्होंने कहा कि हम केवल शांती पूर्वक तरीके से अपने प्रधानमंत्री को भूमाफिया और अधिकारियों कि मिली भगत से टीडीआई के अंदर सरकारी भूमि पार्क और ग्रीन बेल्ट तक को बेचकर किए गए सैकड़ो करोड़ के घोटाले की जानकारी देना चाहते थे, लेकिन प्रशासन द्वारा मुझे व मेरे साथीयों डीपी ग्रोवर,रंजीत भोला, कवलजीत सिंह, गोविंद सैनी और मनोज कुमार को मेरे घर पर नजर बंद कर दिया गया।
उन्होंने कहा कि हमें नजरबंद करना शासन प्रशासन की नाकामी को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि भूमाफियाओं द्वारा हजारों गज जमीन कि नगर निगम द्वारा सरकारी पार्क और ग्रीन बेल्ट तक की फर्जी प्रॉपर्टी आईडी बना दी गई। तहसीलदार द्वारा फर्जी दस्तावेजों के आधार पर उनकी रजिस्ट्री कर दी गई और भूमाफिया द्वारा डीटीपी के साथ मिलकर अवैध निर्माण तक बना दिए गए, जिसकी शिकायते उनके द्वारा उच्च अधिकारीयों को दी गई, लेकिन जांच के नाम पर भूमाफिया और अधिकारियों को बचाने का कार्य किया जा रहा है।
भ्रष्टाचार के खिलाफ और सार्वजनिक स्थलों को कब्जा मुक्त करने तक उनकी लड़ाई जारी रहेगी
उन्होंने कहा की अब तक नगर निगम द्वारा प्रॉपर्टी आईडी पर कोई कार्रवाई नहीं की गई ना ही तहसील कार्यालय द्वारा रजिस्ट्री कैंसिल करने की कार्रवाई की गई और ना ही जिला योजनाकार द्वारा अवैध भवनों को ध्वस्त करने और इस भ्रष्टाचार में शामिल भू माफिया और अधिकारियों पर कोई कार्रवाई की गई जो की पूरी तरीके से अधिकारियों के मिली भगत को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ और सार्वजनिक स्थलों को कब्जा मुक्त करने तक उनकी लड़ाई जारी रहेगी।