Panipta News | पानीपत। आई. बी. स्नातकोत्तर महाविद्यालय में संगीत विभाग व संगीत कला परिषद के संयुक्त तत्वावधान में ” केरोके पर कैसे गाएं” और ” गिटार की मूल तकनीक ” कार्यशाला का आयोजन किया गया। कॉलेज के प्राचार्य डॉ अजय कुमार गर्ग ने विद्यार्थियों को संगीत एवं कलाओं के महत्व के विषय में बताते हुए उन्हें कला साधना के लिए प्रेरित किया। इस अवर पर विषय विशेषज्ञ के तौर पर करण चानना और प्रणव आमंत्रित अतिथि थे।
कॉलेज की उप प्राचार्य डॉ शशि प्रभा व संगीत गायन विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ मोनिका वर्मा ने करण चानना व प्रणव को पौधा व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया ।विषय विशेषज्ञों के तौर पर श्रीमान कर्ण और श्रीमान प्रणव ने गायन व वादन की कुछ मूल तकनीक से विद्यार्थियों को अवगत कराया। उन्होंने बताया की किस तरह एआई के माध्यम से हम केरोके पर किसी भी तरह के संगीत को गा सकते हैं ।
इस अवसर पर कॉलेज की उप-प्राचार्य डॉ शशि प्रभा जी ने संगीत के महत्व के बारे में बताते हुए कहा कि संगीत हमें भावनात्मक और मानसिक रूप से स्वस्थ रखने में मदद करता है। इस अवसर पर डॉ निधान सिंह भी मौजूद रहे। उन्होंने संगीत को साधना का एक रूप बताया तथा कहा कि संगीत बनाते या सुनते हुए व्यक्ति अपनी सारी चिंताएं , दुख और दर्द भूल जाता है। संगीत विभाग से डॉ ऋतु, ललित, विशाल व अमन इस कार्यशाला में मौजूद रहे।
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