आज समाज डिजिटल, पानीपत :
पानीपत। जन सेवा दल द्वारा मासिक वितरण समारोह में गीता मनीषी परम पूज्य महामंडलेश्वर स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज की अध्यक्षता में हुआ। ईश्वरीय वर्ष 2023 के शुभारंभ पर उन्होंने कहा कि प्रथम दिवस में ही सेवा संस्कारों को अपना कर जन सेवा दल ने जरूरतमंदों की सेवा कर सेवा धर्म निभाया। सभी को आटा, साबुन, कंबल, जर्सी और चावल आदि प्रदान किए। पूज्य स्वामी ने कहा कि सेवा ही उच्च धर्म है।
परोपकार से जीवन में सच्चे सुख की प्राप्ति होती है
परोपकार से जीवन में सच्चे सुख की प्राप्ति होती है। धर्म हमें सही मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है। अतः हमें सदैव धर्म का अनुसरण करते हुए जीवन यापन करना चाहिए। सत्संग सेवा सिमरन ही ईश्वर प्राप्ति का सुलभ साधन है। पूज्य स्वामी ने संस्कृति व संस्कारों को सदैव प्रमुखता देने की भावना पर बल दिया। समारोह में कृपाल आश्रम से आए राजेंद्र रतन एवं ब्रह्म ऋषि वह कृष्णा पंडित ने भी संबोधित किया। कंबल वितरण की सेवा लायंस क्लब पानीपत और सतीश गोयल की ओर से की गई।
सभी कर्मठ सेवादारों ने मिलजुल कर सेवा की
आज के मुख्य अतिथि पानीपत शहरी विधायक प्रमोद विज, चंद्रशेखर शर्मा, दशहरा कमेटी के प्रधान भीम सचदेवा, सनातन धर्म के प्रधान कृष्ण रेवड़ी, मदन डूडेजा, कृष्ण गोपाल सेठी, वेद बांगा, जन सेवा दल के प्रधान कृष्ण मनचंदा ने सभी का स्वागत किया। सचिव चमन गुलाटी ने कहा कि नर सेवा ही नारायण सेवा है। जन सेवा दल के सेवादार श्री जगन्नाथ ने कहा कि काम, क्रोध, लोभ मोह अहंकार से दूर होना चाहिए। जन सेवा दल के सभी कर्मठ सेवादारों ने मिलजुल कर सेवा की।