Aaj Samaj (आज समाज),MLA Pramod Vij, पानीपत : शहर में इन दिनों बरसात के पानी से जल भराव की समस्या से जूझ रहा है। जगह-जगह शहर में इन दिनों जल भराव की समस्या है जिसे देखते हुए विधायक विज ने समस्या के समाधान हेतु शहर में स्थित ओल्ड इंडस्ट्रियल एरिया के एसटीपी प्लांट का गुरुवार सुबह बारिश के दौरान औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान विधायक विज ने प्लांट परिसर के अन्दर फैली गंदगी को हटाने के लिए अधिकारियों को आदेश दिए। विधायक विज ने वहां पर उपस्थित कर्मचारियों से बातचीत की और उनकी समस्याओं से अवगत हुए।
- शहर में जल निकासी करने वाले ओल्ड इंडस्ट्रियल एरिया प्लांट की हालत देख कर भड़के विज
- अधिकारीयों को लगाई फटकार
यह मिली कमियां
प्लांट में सबसे पहले बड़ी कमी यह मिली कि प्लांट में किसी भी प्रकार का कोई डिस्चार्ज मीटर नहीं है जहाँ यह रिकॉर्ड हो कि एसटीपी प्लांट से कितना पानी शहर से निकाला गय। दूसरी कमी मिली कि कर्मचारियों के द्वारा किसी भी प्रकार का लोगबुक मेन्टेन नहीं है जिससे पता लग सके कि पम्प कितनी देर बिजली से चला और कितनी देर जनरेटर से चला| अधिकारियों के पास भी किसी प्रकार का कोई ब्यौरा लिखित में नहीं है। प्लांट में तीन पम्प हैं जिनमें से दो खराब पाए गए। इन दिनों एक पम्प के सहारे ही प्लांट में जल निकासी हो रही है। जनरेटर के लिए पर्याप्त डीजल भी प्लांट में नहीं है। विधायक विज ने ओल्ड इंडस्ट्रियल एरिया में स्थित प्लांट के निरीक्षण उपरान्त जाटल रोड स्थित पम्प स्टेशन का भी दौरा किया जहाँ पर सरकार द्वारा 7 मोटर उपलब्ध कराई गई हैं लेकिन 5 मोटर के सहारे ही इन दिनों प्लांट की व्यवस्था चल रही है वही परिसर में जगह जगह काई जमी हुई पाई गई और मॉडल टाउन की तरफ से आने वाली सीवर लाइन की सफाई कई सालों से नहीं हुई है।
विधायक प्रमोद विज ने अधिकारियों से भी सवाल किए
शहर में जल निकासी की समस्या का लेकर विधायक प्रमोद विज ने अधिकारियों से भी सवाल किए हैं। उन्होंने बताया कि शहर में सफाई व्यवस्था के लिए एक साल पहले टेंडर लगा दिए गये थे, किन्तु निगम अधिकारियों द्वारा किसी भी प्रकार का कोई कार्य नहीं किया गया। वहीं शहर के मुख्य 9 स्थान जहां से पानी का ठहराव होता है वहा पर भी निगम अधिकारियों द्वारा कोई कार्य नहीं किया गया। फिलहाल निगम आयुक्त से बात करके जल निकासी के लिए ठोस कदम उठाने के लिए आदेश दिए हैं। उम्मीद है जल्द ही निगम के द्वारा शहर में जल निकासी व्यवस्था सुदृढ़ की जाएगी।