पानीपत। महिला आर्य समाज मॉडल टाउन पानीपत के पावन सानिध्य में आर्य समाज मॉडल टाउन पानीपत के विशाल प्रांगण में पवित्र यज्ञशाला में प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी श्रावणी महायज्ञ का आयोजन 7 अगस्त से 2024 से 11 अगस्त तक किया जा रहा है, जिसमें ऋग्वेद आशिक पारायण महायज्ञ का आयोजन हुआ। इस यज्ञ के ब्रह्म आचार्य नंदकिशोर, वेद के उद्गाता एवं मंत्र वेदपाठी आचार्य राजकुमार शर्मा रहे। आचार्य सानंद का विशेष सहयोग रहा भजनोपदेशिका अंजली आर्या ने उपदेश किया। वैदिक प्रवक्ता आर्य जगत के उच्च कोटि के वैदिक विद्वान मुनि शुचिषद् महात्मा जी उत्तर प्रदेश से पधारे। आर्य समाज के प्रधान शशिकांत चड्ढा ने बताया कि इस यज्ञ में बहुत विशेष सामग्री का प्रयोग करके वातावरण की शुद्धि की जा रही है।
आर्य समाज मॉडल टाउन में वैदिक उपदेशक संस्थान एवं दिव्यांग स्कूल का उद्घाटन होगा, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में आर्य प्रादेशिक प्रतिनिधि सभा नई दिल्ली के माननीय प्रधान एवं डीएवी प्रबंधकर्ता सभा के प्रधान पूनम सूरी नई दिल्ली से पधार रहे हैं। उपदेश करते हुए मुनि शुचिषद् ने कहा कि यज्ञ ही संसार में सर्वश्रेष्ठ कर्म है इसलिए मनुष्य को इस श्रेष्ठ कार्य को सदा करते रहना चाहिए। यज्ञ के ब्रह्म आचार्य नंदकिशोर जी ने कहा कि जो व्यक्ति जीवन में आर्य समाज के माध्यम से अपने जीवन को चलाता है उसके जीवन में कभी दुख नहीं आते और उसके परिवार के अंदर सदा सुखों की वृष्टि ही होती है। आचार्य राजकुमार शर्मा ने बताया कि जीवन में महर्षि दयानंद सरस्वती महाराज का बहुत बड़ा योगदान यह है कि उस महापुरुष ने चारों वेदों का उपदेश देकर हमें सन्मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित किया। प्रधान शशिकांत चड्ढा एवं मंत्री चंद्र मोहन गुलाटी ने संयुक्त रूप से बताया कि आर्य समाज मॉडल टाउन में विशेष रूप से परोपकार के अनेक कार्य हो रहे हैं। महिला आर्य समाज के प्रधान अलका आहूजा एवं मंत्री प्रभा गुलाटी ने संयुक्त बयान देते हुए कहा कि जीवन में स्वामी श्रद्धानंद एक ऐसे महापुरुष हुए, जिन्होंने सदा शुद्धि आंदोलन के माध्यम से गुरुकुल शिक्षा पद्धति के माध्यम से वैदिक संस्कारों का प्रचार एवं प्रसार किया। इस अवसर पर विशेष रूप से अनिल आर्य, चौधरी रणबीर सिंह आर्य, वीरमति आर्य, कांता नागपाल, गुलशन नंदा, मंजरी चड्ढा, वीना आर्य, कृष्णा खटकड़, संतोष सूटा आदि विशेष रूप से उपस्थित रहे।