पानीपत। बुधवार को सावन के पूर्व यान घाटी पचरंगा बाजार स्वयंभू हनुमान मंदिर के प्रांगण में पंडित देव नारायण उपाध्याय (ज्योतिषाचार्य) के सानिध्य में महा रुद्राभिषेक किया गया। इस रुद्राभिषेक में समस्त श्रद्धालु उपस्थित रहे। पंडित देव नारायण उपाध्याय (ज्योतिषाचार्य) ने बताया कि देवों के देव महादेव को प्रसन्न करने का एकमात्र उपाय है महारुद्राभिषेक। सावन के पवित्र माह में एक बार आवश्य महारुद्राभिषेक कराना चाहिए।
शिव से मांगी गई समस्त मनोकामनाएं शीघ्रता से पूर्ण होती है
सावन का महीना सभी के लिए किसी वरदान से कम नहीं होता और सावन में भगवान शिव से मांगी गई समस्त मनोकामनाएं शीघ्रता से पूर्ण होती है। इस महीने में भगवान शिव के रुद्राभिषेक का विशेष फल मिलता है। सावन के महीने में भगवान शिव के रुद्राभिषेक का विशेष महत्व होता है। ज्योतिषाचार्य देव नारायण उपाध्याय ने बताया कि रुद्राभिषेक करने से सभी देवों के अभिषेक करने का फल मिलता है। रुद्राभिषेक में सृष्टि की समस्त मनोकामनाएं पूर्ण करने की शक्ति है। अतः अपनी आवश्यकता अनुसार अलग-अलग पदार्थों से अभिषेक करके प्राणी इच्छित फल प्राप्त कर सकता है।
इन वस्तुओं से करें शिव का महारुद्राभिषेक
दूध: घर का वातावरण सुखद और पवित्र रहने के लिए
दही: पारिवारिक कलह और अचानक नुकसान से बचने के लिए
शहद: विद्या प्राप्ति के लिए
शक्कर: खुशहाली के संचार के लिए
नारियल पानी: शत्रु प्रभाव व प्रेत बाधा दूर करने के लिए
भस्म: शत्रुओं के विनाश लिए
वर्षा जल: नकारात्मक शक्तियों के नाश के लिए
गन्ने का रस: लक्ष्मी प्राप्ति के लिए
गंगा जल: ग्रहों द्वारा उत्पन्न दोष दूर करने के लिए
भांग: सुखद स्वास्थ की प्राप्ति के लिए
घी: कारोबार में अड़चनें दूर करने के लिए
महारुद्राभिषेक के शुभ फल
– घर-संपत्ति की प्राप्ति होती है।
– शत्रुओं का साया समाप्त होता है।
– समाज में मान-सम्मान की प्राप्ति होती है।
– दुखों का अंत होता है।
– लक्ष्मी का वास घर में सदैव बना रहता है।
ये रहे मौजूद
महा रूद्राभिषेक के मुख्य यजमान मूलचंद चौहान ने अपनी पत्नी ललिता और पूरे परिवार ने साथ मिलकर पूजा अर्चना की। गोपाल पवार अपनी पत्नी मोनिका, बृजनंदन मिश्र, रामा देवी, बेबी चौहान, पंडित राजकुमार पाठक मौजूद रहे।