महर्षि दयानंद संस्थान वेद मंदिर द्वारा नववर्ष की पूर्व संध्या पर कार्यक्रम आयोजित 

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Panipat News/Program organized by Maharishi Dayanand Sansthan Ved Mandir on New Year's Eve
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आज समाज डिजिटल, पानीपत :
पानीपत। महर्षि दयानंद संस्थान वेद मंदिर द्वारा मंगलवार को एकता पार्क, मॉडल टाऊन में नववर्ष की पूर्व संध्या के रूप में मनाया गया। जिसमें मुख्य अतिथि निर्मल दत्त, अध्यक्ष खादी ग्रामोद्योग रही। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉक्टर्स ग्रुप द्वारा की गई। जिसमें मुख्य रूप से डिप्टी सीएमओ ललित वर्मा, डॉ. संजीव चौधरी, डॉ. सोनू, डॉ. सुनील मराठा, सुनील वर्मा पूर्व पार्षद, राजू जुनेजा पॉपुलर वाले, जोगिंद्र सिंह कैलिफोर्निया बिस्तरों, एडवोकेट साहिल खैंची, डॉ. विशु गल्हौत्रा, डॉ. विकास, डॉ. कृष्णपाल, डॉ. सुनील कल्सन, डॉ. राकेश सैनी, मास्टर सुनील जागलान आदि रहे। कार्यक्रम का शुभारंभ आचार्य संजीव वेदालंकार ने मंत्रोच्चारण द्वारा दुनिया के सबसे पवित्र कार्य यज्ञ से की। आज के यजमान विजय शर्मा के साथ संगीता-सुरेश आहूजा रहे। सरिता आहूजा जी के भजनों ने सबको सराबोर किया। मंच संचालन धीरज कपूर ने की।

भजनों ने सभी उपस्थितजनों को भावविभोर कर दिया

यज्ञ की व्यवस्था मंत्राणी ज्योति ठकराल, बलजीता यादव, सोनिया आर्या ने की। प्रसाद की व्यवस्था मोनू गाँधी, हैप्पी मैहता, शक्ति ठकराल, वरुण वधावन, ओमपाल खर्ब, सुनील अरोड़ा ने की। माता सुशीला भाटिया जी सहित सभी ने अध्यक्ष सुरेश आहूजा के जन्मदिन की कविता पढ़ खूब तालियाँ बटोरी। प्रधाना सरिता आहूजा ने प्रभु सारी दुनिया में ऊँची तेरी शान है। कितना महान है तू कितना महान है और पृथ्वी, अग्नि, जलवायु, सूरज, चाँद, सितारे। तेरे ही उपयोग में आते ये सारे के सारे।। कभी ना तुझसे उसने मांगा कीमत और किराया। तेरी खातिर परमपिता ने ये संसार बसाया। भजनों ने सभी उपस्थितजनों को भावविभोर कर दिया।

मानसिक गुलामी से आजाद नहीं होंगे तब तक हम पूर्ण स्वतंत्र नहीं

आचार्य संजीव वेदालंकार ने अपने प्रवचन में कहा कि नव सम्वतसर में नया क्या है हिन्दू नववर्ष में नई फसलों का आगमन व धन की आवक, स्कूलों के नये सत्र, व्यापार के खातों का नवीनीकरण, नये बजट से विकास कार्यो में बढ़ौतरी व आजीविका के साधन आदि सब कुछ नया है तो हम अपने नववर्ष छोड़कर क्यों दूसरे के नववर्ष मनाते है जबकि उसमें कुछ भी नया नहीं है। आपकी भाषा अपनी नहीं है सरकारी कार्यो में अंग्रेजी, उर्दू, फारसी आदि भाषाओं का प्रयोग हो रहा है। फिर हमास कहाँ के आजाद है गुलामी की मानसिकता तो आज भी हम प्रभावी है। याद रखिए जब तक हम इस मानसिक गुलामी से आजाद नहीं होंगे तब तक हम पूर्ण स्वतंत्र नहीं है। मंच संचालन धीरज कपूर ने बड़ी ही खूबसूरती के साथ किया। चेयरमैन कर्नल सतीश ओबरॉय ने अध्यक्ष सुरेश आहूजा के साथ सभी अतिथियों को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया।

शांतिपाठ द्वारा कार्यक्रम का समापन

संरक्षिका शशी अग्रवाल व स्वागताध्यक्ष विजय शर्मा ने सभी का कार्यक्रम में पधारने पर धन्यवाद किया। संचालिका सोनिया आर्या ने शांतिपाठ द्वारा कार्यक्रम का समापन करवाया। कार्यक्रम में मुख्य तौर पर ओमप्रकाश मलिक, नरेन्द्रनाथ आर्य, सुरेश आर्य, सविता मदान, पुष्पा दुआ, विनीता-धीरज कपूर, सुमन-राणा ठकराल, खुशबु-वरुण-कविता वधावन, ओमपाल खर्ब, सविता आर्या आदि मुख्य रूप से उपस्थित रहे।